कांग्रेस ने 10 अगस्त को ‘वोट चोरी’ पोर्टल शुरू किया, जिसका उद्देश्य डिजिटल वोटर लिस्ट के लिए समर्थन जुटाना, वोट चोरी के कथित सबूत डाउनलोड करना और निर्वाचन आयोग से जवाबदेही की मांग करना है. कांग्रेस ने इसके लिए जो मिस्ड कॉल नंबर जारी किया है उसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है. इस नंबर के अंत में 420 है. कहा जा रहा है कि नंबर के अंत में 420 एक सोची समझी नीति के तहत रखा गया है.
420 का मतलब धोखेबाज, फ्रॉड
डिजिटल राइट्स एक्टिविस्ट कार्यकर्ता अनीवर अरविंद ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि मिस्ड कॉल नंबर 9650003420 “420” पर खत्म होता है, जो भारत में “धोखेबाज” का प्रतीक है. यह धारणा पुराने IPC धारा 420 से जुड़ी है, जो धोखाधड़ी से संबंधित थी और आज भी फिल्मों, मीडिया और रोजमर्रा की भाषा में गूंजती है.
“420” का सांस्कृतिक महत्व
अनीवर के अनुसार, “420” नंबर इस अभियान को एक नई पहचान देता है. यह न केवल ‘वोट चोरी’ के अभियान को मजबूती देता है, बल्कि लोगों के लिए इसे याद रखना और शेयर करना भी आसान हो जाएगा. उन्होंने इसे “इंटरवेंशन ब्रांडिंग” का नाम दिया. उन्होंने कहा कि जब भी लोग इस नंबर को एक दूसरे के साथ शेयर करेंगे तो वो हर बार 420 बोलेंगे जिससे इस कैंपेन की ब्रांडिंग में भी आसानी होगी और लोगों के दिमांग में चुनाव आयोग 420 को लेकर एक अलग ही मैसेज जाएगा.