menu-icon
India Daily

भाई की शव यात्रा में शामिल हुए एयर इंडिया विमान हादसे में एक मात्र जीवित बचे विश्वास कुमार, नम आंखों से दी अंतिम विदाई

विश्वास और अजय दोनों दीव के मूल निवासी थे और अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए भारत आए थे. विश्वास अपने भाई की शव यात्रा में शामिल हुए और नम आंखों से भाई को अंतिम विदाई दी.

auth-image
Edited By: Gyanendra Sharma
Vishwas Kumar only survivor of the Air India plane crash attended his brothers funeral

अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे के एक सप्ताह बाद, एकमात्र जीवित बचे विश्वास कुमार रमेश को शहर के सिविल अस्पताल से छुट्टी मिली. इस हादसे में 270 लोगों की जान चली गई थी. छुट्टी मिलने के तुरंत बाद, विश्वास के भाई अजय के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंपा गया. विश्वास अपने भाई की शव यात्रा में शामिल हुए और नम आंखों से भाई को अंतिम विदाई दी. 40 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक विश्वास 12 जून के इस हादसे के एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति हैं. हादसे की खबर मिलते ही उनका परिवार यूके से भारत पहुंचा. विश्वास और अजय दोनों दीव के मूल निवासी थे और अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए भारत आए थे.

अजय का अंतिम संस्कार

स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की कि अजय का अंतिम संस्कार बुधवार सुबह दीव में उनके परिवार ने किया. डीएनए सैंपलिंग से पहचान की पुष्टि होने के बाद अजय का शव परिवार को सौंपा गया.

हादसे का विवरण

एयर इंडिया की उड़ान 171, एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे के तुरंत बाद वायरल हुए एक वीडियो में, विशवास को चोटिल अवस्था में एम्बुलेंस की ओर जाते देखा गया.

पत्रकारों से बात करते हुए, विशवास ने बताया कि उनकी सीट वाला विमान का हिस्सा बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की जमीन पर गिरा, जिससे वे हादसे की जगह से बाहर निकल पाए. “जब मैंने देखा कि विमान का दरवाजा टूट गया था, मैंने खुद से कहा कि मैं बाहर निकलने की कोशिश कर सकता हूं. आखिरकार, मैं विमान से बाहर आ गया,” उन्होंने आगे कहा.

हादसे में 270 लोगों की मौत

12 जून के एयर इंडिया विमान हादसे में कुल 270 लोगों की मौत हुई. इसमें 241 यात्री और केबिन क्रू के अलावा हादसे की जगह पर मौजूद 29 लोग शामिल थे. यह उड़ान लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए रवाना हुई थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई. अंतिम संकट कॉल में, पायलट को “मेडे” सिग्नल देते सुना गया, जिसके तुरंत बाद विमान क्रैश हो गया.