Uttarkashi Tunnel Rescue Updates: उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूर सुरक्षित हैं. उन्हें निकालने के लिए 10 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हादसे के 9 दिन बाद सोमवार शाम को टनल के भीतर फंसे मजदूरों को 6 इंच की नई पाइपलाइन के जरिए खिचड़ी, दलिया और कुछ फ्रुट्स भेजा गया. इस बीच टनल में फंसे मजदूरों का पहला वीडियो आया है.
वीडियो में देखा जा सकता है कि मजदूर टनल में किस हाल में हैं. एक अधिकारी ने मजदूरों से वॉकी टॉकी से बात की. पाइप के जरिए कैमरा भेजा गया है जो अंदर फंसे मजदूरों का हाल चाल बताएगा. फुटेज में एक अधिकारी उनसे बात कर रहा है. सुरंग से मजदूरों के रेस्क्यू में जुड़े कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि हम सुरंग के अंदर फंसे लोगों को खाना, मोबाइल और चार्जर भेजने की कोशिश कर रहे हैं.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | First visuals of the trapped workers emerge as the rescue team tries to establish contact with them. The endoscopic flexi camera reached the trapped workers. pic.twitter.com/5VBzSicR6A
— ANI (@ANI) November 21, 2023
सोमवार को रेस्क्यू के दौरान मलबे के आर-बार ड्रिलिंग करके 53 मीटर लंबी 6 इंच व्यास वाली पाइप को मजदूरों तक पहुंचाने में सफलता मिली. इस पाइप के जरिए मजदूरों को खाद्य सामग्री और संचार उपकरण आसानी से भेजे जा सकेंगे.
उधर, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भी ऑपरेशन में दो रोबोट्स को लगाया है. खलखो ने बताया कि DRDO ने 20 किलो और 50 किलो वजन के 2 रोबोट भेजे हैं. ये रोबोट धरती पर चलकर आगे जाते हैं लेकिन वहां की ज़मीन रेत की तरह है. मुझे आशंका है कि रोबोट वहां चल पाएंगे या नहीं. फिर भी हम कोशिश करेंगे. उन्होंने बताया कि ड्रीलिंग के लिए सारी मशीन आ रही हैं, एक-दो दिन में वे यहां पहुंच जाएंगी. मशीनों के आने में देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि मशीनें बहुत भारी हैं, उन्हें हवाई मार्ग से नहीं लाया जा सकता, उन्हें सड़क के रास्ते लाना पड़ेगा. इसके लिए BRO सड़क बना रही है.
12 नवंबर की सुबह सिलक्यारा टनल हादसा हुआ था. टनल धंस गई इसमें 41 मजदूर फंस गए. टनल के अंदर फंसे मजदूर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के हैं.
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