मध्य प्रदेश के इंदौर की सोनम रघुवंशी पर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. यह घटना तब हुई, जब दोनों मेघालय में हनीमून के लिए गए थे. सोनम ने उत्तर प्रदेश पुलिस के सामने खुद को पीड़ित बताने की कोशिश की और दावा किया कि उसे नशीला पदार्थ देकर गाजीपुर ले जाया गया. हालांकि, पुलिस ने उनके इस दावे को खारिज कर दिया और उन्हें हत्या के मामले में मुख्य आरोपी माना है.
पुलिस का दावा: सोनम की योजना नाकाम
उत्तर प्रदेश पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) अमिताभ यश ने सोनम को "कमजोर योजनाकार" बताया. उन्होंने कहा कि सोनम ने खुद को बचाने के लिए पीड़ित होने का नाटक किया, लेकिन वह पुलिस की कार्यप्रणाली से अनजान थीं. सोमवार, 9 जून 2025 को सोनम को गाजीपुर के एक ढाबे से गिरफ्तार किया गया. अमिताभ यश ने बताया कि सोनम ने रात 3 बजे अपने परिवार को फोन कर कहा कि वह वाराणसी-गाजीपुर रोड पर काशी ढाबे पर है. इसके बाद उनके परिवार ने मध्य प्रदेश पुलिस को सूचना दी, जिसने स्थानीय पुलिस को अलर्ट किया. सोनम को गिरफ्तार कर पहले सदर अस्पताल और फिर गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर भेजा गया.
सोनम का दावा: अपहरण और नशीले पदार्थ का आरोप
गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में सोनम ने हत्या के आरोपों को खारिज किया. सेंटर के एक कर्मचारी ने बताया कि सोनम ने दावा किया कि उनका अपहरण हुआ था और उन्होंने किसी की हत्या नहीं की. उन्होंने कहा कि उन्हें नशीला पदार्थ देकर गाजीपुर छोड़ा गया. हालांकि, मेघालय पुलिस का कहना है कि यह दावा झूठा है और सोनम ने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी.
मेघालय में क्या हुआ?
सोनम और राजा रघुवंशी ने 11 मई 2025 को शादी की और 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय पहुंचे. 23 मई को दोनों सोहरा (चेरापूंजी) क्षेत्र में लापता हो गए. 2 जून को राजा का शव एक गहरी खाई में मिला, जिसके बाद यह मामला हत्या की जांच में बदल गया. मेघालय पुलिस ने दावा किया कि सोनम ने अपने पति की हत्या के लिए तीन किराए के हत्यारों को काम पर रखा था, जिनमें राज कुशवाहा भी शामिल था. पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से तीन मध्य प्रदेश से और एक उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया.
परिवार के दावे और सीबीआई जांच की मांग
राजा के भाई विपुल रघुवंशी ने कहा कि राज कुशवाहा सोनम का कर्मचारी था और दोनों अक्सर फोन पर बात करते थे. उन्होंने यह भी बताया कि सोनम ने मेघालय के लिए केवल एक तरफ का टिकट बुक किया था, जो उनकी मंशा पर सवाल उठाता है. दूसरी ओर, सोनम के पिता देवी सिंह ने मेघालय पुलिस पर झूठे आरोप लगाने का दावा किया और मामले की सीबीआई जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी निर्दोष है और उसे फंसाया जा रहा है.
आगे की जांच
मेघालय पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की और सात दिनों के भीतर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. एक अन्य संदिग्ध की तलाश जारी है. पुलिस अब सोनम को मेघालय ले जाकर घटनास्थल का पुनर्निर्माण करेगी. इस बीच, सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों की जांच की जा रही है ताकि इस सनसनीखेज हत्याकांड की पूरी सच्चाई सामने आ सके.