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Poonch Attack: पुंछ में 6 दिन से आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन जारी, मोबाइल इंटरनेट सस्पेंड; सेना प्रमुख पहुंचे कश्मीर

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद राजौरी और पुंछ में तनाव है. तीसरे दिन भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं. सेना लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. 

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Naresh Chaudhary
Rajouri and Poonch, Jammu and Kashmir, Army chief Gen Manoj Pande, Poonch Attack

हाइलाइट्स

  • कुछ अधिकारियों पर हो सकती है अनुशासनात्मक कार्रवाई
  • सेना पर हमले से पहले तीन स्थानीय लोगों की हुई थी हत्या

Poonch Attack: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद राजौरी और पुंछ में लगातार तनाव की स्थिति है. यहां तीसरे दिन भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. सेना लगातार इलाके में आतंकवादियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजौरी और पुंछ सेक्टर में विशेष रूप से डेरा की गली और बफलियाज के वन क्षेत्र में हवाई निगरानी बढ़ाने और जमीनी तलाशी अभियान तेज करने समेत आतंकवाद विरोधी अभियान छठे दिन जारी है. इसी बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे सोमवार को सेक्टर का दौरा करने के लिए पहुंचे हैं. बताया गया है कि सेना प्रमुख जम्मू के नगरोटा में व्हाइट नाइट कोर मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा बैठक भी करेंगे. 

सेना पर हमले से पहले तीन स्थानीय लोगों की हुई थी हत्या

इसके अलावा सेना ने पुंछ में तीन स्थानीय नागरिकों की हत्या की आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं. इस घटना के कुछ देर  बाद ही हाईटेक हथियारों से लैस आतंकवादियों ने पुंछ के धत्यार मोड़ के पास एक ब्लाइंड मोड़ पर सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें चार जवानों की मौत हो गई. दो अन्य घायल हो गए. 

कुछ अधिकारियों पर हो सकती है अनुशासनात्मक कार्रवाई

सूत्रों के मुताबिक सेना कुछ अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने और अन्य की पोस्टिंग में फेरबदल करने की भी योजना बना रही है. इस बीच पांच घायल स्थानीय नागरिकों का इलाज पुंछ-राजौरी सेक्टर के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. पुंछ में गुरुवार को हुए आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार और सभी राजनीतिक दलों को अपने मतभेद भुलाकर एक साथ आना चाहिए. 

कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है. आतंकवादियों ने हमले वाली जगह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिसमें अत्याधुनिक अमेरिका मेड M4 कार्बाइन असॉल्ट राइफलें दिखाई दे रही हैं.