तेलंगाना के धूलपेट में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां भगवान की तस्वीरों के पीछे छिपाकर 10 किलो गांजे तस्करी की जा रही थी. पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए आरोपी रोहन सिंह को रंगे हाथों पकड़ लिया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी ओडिशा से गांजा मंगवाकर हैदराबाद के कई इलाकों में इसकी सप्लाई करता था. पुलिस को संदेह है कि यह किसी बड़े ड्रग नेटवर्क का हिस्सा है.
इस अनोखे तस्करी मामले के खुलासे की शुरुआत पुलिस को मिली एक खुफिया जानकारी से हुई. जब पुलिस ने धूलपेट स्थित घर पर छापा मारा तो आरोपी रोहन सिंह पूजा कर रहा था और कमरे में धार्मिक माहौल बना हुआ था. लेकिन जब पुलिस ने दीवार पर लगी भगवान की तस्वीरों को हटाकर जांच की, तो उनके पीछे प्लास्टिक में पैक किया हुआ करीब 10 किलो गांजा बरामद हुआ. तस्कर ने पूजा-पाठ और धार्मिक माहौल के ज़रिए अपने गुनाह को छुपाने की कोशिश की थी, जिससे कोई उस पर शक न करे.
जांच में सामने आया है कि रोहन सिंह ओडिशा से गांजा मंगवाता था और उसे हैदराबाद के गाचीबौली, कुकटपल्ली जैसे कई इलाकों में सप्लाई करता था. वह लंबे समय से इस काम में लिप्त था और धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल कर तस्करी के तरीके को सुरक्षित बनाता था. पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि आरोपी सप्लाई के लिए अलग-अलग वाहनों और संपर्क सूत्रों का उपयोग करता था, ताकि कानून की नजर से बचा रह सके.
धूलपेट इलाका पहले से ही नशीले पदार्थों की तस्करी और अवैध गतिविधियों के लिए बदनाम रहा है. हालांकि, धार्मिक भावनाओं का सहारा लेकर इस तरह गांजे को छुपाने का तरीका पुलिस के लिए भी नया अनुभव था. अधिकारियों ने माना कि यह तरीका बेहद शातिर है, जिसमें समाज की आस्था का गलत इस्तेमाल किया गया है. इसके ज़रिए आरोपी न सिर्फ कानून को गुमराह कर रहा था, बल्कि धार्मिक प्रतीकों की छवि को भी धूमिल कर रहा था.
पुलिस का मानना है कि रोहन सिंह इस तस्करी में अकेला नहीं है. उसे किसी नेटवर्क या गिरोह का सहयोग मिल रहा था, जो गांजे की सप्लाई को बड़े स्तर पर संचालित कर रहा है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. कई अन्य संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है और आने वाले दिनों में बड़े खुलासे और गिरफ्तारियों की उम्मीद जताई जा रही है. पुलिस ने बरामद गांजा जब्त कर लिया है और मामले की जांच तेज कर दी है.