PM modi and Shubhanshu Shukla: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से बातचीत की, जो एक्सिओम-4 (एक्स-4) मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आई.एस.एस.) पर तैनात हैं. यह ऐतिहासिक क्षण भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ता है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस बातचीत की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से बातचीत की, जो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर हैं."
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 25 जून को नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल पर सवार होकर तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ आई.एस.एस. के लिए रवाना हुए. इस मिशन ने भारत को वैश्विक अंतरिक्ष मंच पर नई पहचान दी. 28 घंटे की यात्रा के बाद, एक्सिओम-4 मिशन ने गुरुवार को आई.एस.एस. की कक्षा में प्रवेश किया, और शुभांशु शुक्ला पहले भारतीय बन गए जिन्होंने इस परिक्रमा प्रयोगशाला में कदम रखा. यह उपलब्धि भारत के लिए गर्व का विषय है.
PM @narendramodi interacted with Group Captain Shubhanshu Shukla, who is aboard the International Space Station. pic.twitter.com/Q37HqvUwCd
— PMO India (@PMOIndia) June 28, 2025
प्रधानमंत्री का संदेश: 1.4 अरब भारतीयों की आकांक्षाएं
लॉन्च समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम भारत, हंगरी, पोलैंड और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं. भारतीय अंतरिक्ष यात्री, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं. वह अपने साथ 1.4 अरब भारतीयों की इच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर आए हैं." यह बयान भारत की एकजुटता और अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रति उत्साह को दर्शाता है.
चालक दल को शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जो अंतरिक्ष यान के पायलट हैं, के साथ-साथ मिशन कमांडर डॉ. पैगी व्हिटसन (अमेरिका), मिशन विशेषज्ञ स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की (पोलैंड), और टिबोर कापू (हंगरी) को भी बधाई दी. यह मिशन वैश्विक सहयोग का प्रतीक है.
शुभांशु शुक्ला का संदेश: जय हिंद, जय भारत
स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल के सफल प्रक्षेपण के बाद, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अपने पहले संदेश में कहा, "यह भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है. जय हिंद, जय भारत." यह संदेश भारत के गौरव और आत्मविश्वास को दर्शाता है.
भारत का अंतरिक्ष भविष्य
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है. यह मिशन न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देगा, बल्कि युवा पीढ़ी को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में प्रेरित भी करेगा. भारत का यह कदम वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में उसकी बढ़ती भूमिका को रेखांकित करता है.