Fact Check: भारत सरकार ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक लेटर को पूरी तरह फर्जी करार दिया है. इस लेटर में दावा किया गया था कि थल सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. नारायण ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनजर उत्तरी कमान के अधिकारियों को सैन्य तैयारियों के लिए गोपनीय लेटर भेजा. प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट-चेक यूनिट ने इस दावे का खंडन करते हुए साफ किया कि जनरल वी.के. सक्सेना थल सेनाध्यक्ष नहीं हैं. जनता से अपील की गई है कि वे असत्यापित जानकारी साझा करने से बचें और केवल सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें.
यह फर्जी लेटर ऑपरेशन सिंदूर के बाद फैलाए गए दुष्प्रचार का हिस्सा है. ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान के पंजाब और पीओके में 21 आतंकी लॉन्च पैड्स पर हमला किया, जिसमें लगभग 100 आतंकवादी मारे गए. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय सीमावर्ती राज्यों के 15 शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारत की एस-400 वायु रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया.
भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया. लाहौर सहित कई स्थानों पर पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों और रडार को निशाना बनाकर निष्क्रिय किया गया. भारतीय सेना की कार्रवाई पाकिस्तानी हमलों के दायरे और तीव्रता के समान थी. इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान वायु सेना के एक जेएफ-17 लड़ाकू विमान को मार गिराया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश में दो अन्य विमान, एक जेएफ-17 और एक एफ-16, भी खो दिए.
A letter is being shared on Social Media claiming that Chief of the Army Staff Gen V.K. Narayan has sent a confidential letter regarding military preparedness to the Army officer of Northern Command. #PIBFactCheck
✅ This letter is completely Fake.
✅ Gen. V.K. Narayan is… pic.twitter.com/OvDxaql3kz— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 8, 2025Also Read
पीआईबी ने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों के खिलाफ चेतावनी जारी की है. सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे फर्जी खबरों पर विश्वास न करें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें. यह घटना दर्शाती है कि कैसे सोशल मीडिया का दुरुपयोग भ्रामक जानकारी फैलाने के लिए किया जा सकता है.