Northeast Heavy Rain: भारत में मानसून का प्रकोप जारी है. भारी बारिश ने कई राज्यों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. पूर्वोत्तर से लेकर दक्षिण तक, बारिश और भूस्खलन ने हजारों लोगों को प्रभावित किया है. मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय और असम में हालात गंभीर हैं. मिजोरम के लॉन्गतलाई शहर में भारी बारिश ने तबाही मचाई है. तीन घर ढह गए और सड़कें अवरुद्ध हो गईं. आइजोल में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया है. आइजोल और चंपई जिलों में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए. भूस्खलन ने यातायात को पूरी तरह ठप कर दिया.
इसके अलावा त्रिपुरा में 16 साल का एक लड़का बाढ़ के पानी में डूब गया. निचले इलाकों में जलभराव के कारण 57 परिवारों को राहत शिविरों में भेजा गया. मेघालय में तीन लोगों की जान चली गई. एक महिला भूस्खलन की चपेट में आई, एक व्यक्ति डूब गया और एक किशोर पेड़ गिरने से मारा गया. 25 गांवों में 1,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं.
असम में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी है. गुवाहाटी में अचानक आई बाढ़ ने सड़कों को नदी में बदल दिया. जलभराव से लोग परेशान हैं. प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. सिक्किम के थेंग और चुंगथांग में भूस्खलन से संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ. मंगन जिला प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किए हैं. कर्नाटक के मंगलुरु में भूस्खलन से एक घर ढह गया, जिसमें 3 साल के बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि मई में 125 साल की सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई.
केरल के त्रिशूर, कन्नूर और कासरगोड में तेज हवाओं और बारिश ने तबाही मचाई. बिजली लाइनें टूट गईं, पेड़ उखड़ गए और कई लोग विस्थापित हुए. हिमाचल प्रदेश के शिमला में ओलावृष्टि हुई. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए नारंगी और पीला अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले सात दिनों तक पूर्वोत्तर में भारी बारिश जारी रहेगी. असम, मेघालय और अरुणाचल में बहुत भारी बारिश की चेतावनी है. 30 मई को मेघालय में 30 सेमी से अधिक बारिश हो सकती है.
दक्षिण भारत में केरल और तटीय कर्नाटक में 1 जून तक तेज हवाओं के साथ बारिश होगी. उत्तर-पश्चिम भारत में हिमाचल, पंजाब और दिल्ली में भी बारिश का अनुमान है. पश्चिम और मध्य भारत में भी छिटपुट बारिश की संभावना है.