Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम भाजपा के लिए उत्साहजनक साबित हुए हैं. बीजेपी गठबंधन जीतती हुई दिख रही है. चुनावी नतीजों से खुश होकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपनी पार्टी और सहयोगियों के साथ मिलकर मीडिया से बातचीत की. उन्होंने इस जीत को एकता की जीत बताया और साथ ही खुद को "आधुनिक अभिमन्यु" कहते हुए चक्रव्यूह को तोड़ने का दावा किया. फडणवीस का यह बयान न केवल उनकी राजनीतिक यात्रा का प्रतीक है, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत भी है.
चुनाव में महायुति की ऐतिहासिक जीत को लेकर फडणवीस ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह सफलता हर कार्यकर्ता की मेहनत और समर्पण का परिणाम है. उन्होंने कहा कि जनता ने महायुति को आशीर्वाद दिया, और इस प्रक्रिया में सभी दलों ने मिलकर सामूहिक प्रयास किए. उनका कहना था, "हमने एकता का संदेश दिया और जनता ने उस पर विश्वास जताया."
उन्होंने यह भी बताया कि इस चुनाव में विपक्ष की ओर से धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण का प्रयास किया गया, लेकिन जनता ने इसे नकारा और महायुति को अपना समर्थन दिया. फडणवीस ने यह भी उल्लेख किया कि साधु-संतों और आम जनता का समर्थन भी इस जीत के अहम कारण थे.
फडणवीस ने खुद को "आधुनिक अभिमन्यु" बताते हुए कहा कि उन्होंने उस "चक्रव्यूह" को तोड़ दिया था, जो उनके खिलाफ रचा गया था. उनका यह बयान महज एक व्यक्तित्व का उद्घाटन नहीं, बल्कि उनके राजनीतिक परिपक्वता और धैर्य का प्रतीक है. फडणवीस ने कहा, "मैंने पहले ही कहा था कि मैं चक्रव्यूह को तोड़ सकता हूं, और अब यह सच साबित हुआ है." उन्होंने इस जीत को फेक नैरेटिव को तोड़ने के रूप में देखा, जो विपक्ष द्वारा तैयार किया गया था.
फडणवीस ने इस दौरान पार्टी के शीर्ष नेताओं जैसे पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि इन नेताओं के मार्गदर्शन और समर्थन ने इस जीत को संभव बनाया. खासकर अमित शाह और नितिन गडकरी का आभार जताते हुए फडणवीस ने कहा, "हमारे नेताओं ने न सिर्फ अपनी सीटों पर, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी काम किया और हमें सफलता दिलाई."
जब फडणवीस से मुख्यमंत्री पद को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर पहले ही चर्चा हो चुकी थी. उन्होंने बताया, "अमित शाह जी ने पहले ही यह साफ कर दिया था कि तीनों दल बैठकर इस फैसले पर पहुंचेंगे." उन्होंने यह भी कहा कि एकनाथ शिंदे की पार्टी को लोग असली शिवसेना के रूप में स्वीकार कर चुके हैं और इसी तरह अजित पवार की एनसीपी पर भी दावा मजबूत हुआ है.
फडणवीस के इस बयान के बाद, यह सवाल उठता है कि क्या अब मुख्यमंत्री पद उनके हाथ में आएगा. भाजपा और शिवसेना के गठबंधन के बीच चल रही चर्चा के मुताबिक, फडणवीस और शिंदे दोनों ही इस पद के लिए मजबूत दावेदार हैं. हालांकि, जैसे कि फडणवीस ने कहा, अंतिम निर्णय तीनों दलों की बैठक में लिया जाएगा, और यह निश्चित नहीं है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा.