Karnal Lok Sabha seat Election results 2024: करनाल लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को उतार कर जीत हासलि कर ली है. खट्टर ने कांग्रेस के युवा तुर्क दिव्यांशु बुद्धिराजा को हरा दिया है. खट्टर को करनाल से 739285 मिले हैं. वहीं कांग्रेस के बुद्धिराजा को 506708 वोट मिल पाए और वो भाजपा से 232577 मतों के अंतर से हार गए.
इस लोकसभा सीट से कुल 21 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा. मुख्य मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया ब्लॉक में है. इंडिया ब्लॉक की तरफ से कांग्रेस उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा चुनावी मैदान में हैं. शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) ने हरजीत सिंह विर्क को टिकट दिया है, बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से इंदर सिंह को टिकट दिया है.
करनाल लोकसभा सीट पर मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ आक्रोश है. ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादातर किसान सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं. रोजगार, महंगाई और गरीबी एक बड़ा मुद्दा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर मनोहर लाल खट्टर को वोट पड़ेगा तो नरेंद्र मोदी के नाम पर ही. किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि हरियाणा में तैयार हुई है और करनाल के किसानों ने बढ़-चढ़कर इस आंदोलन में हिस्सा लिया था.
करनाल की आबादी मिश्रित आबादी है लेकिन जाट वोटर यहां हावी हैं. करनाल की कुल आबादी 20 लाख से ज्यादा है. यहां जाट वोटर करीब 2 लाख हैं, ब्राम्हण और पंजाबियों की संख्या भी लगभग इतनी ही है.. ब्राह्मणों की आबादी, 1,39,574, पंजाबियों की आबादी 1,69,613 है. रोड, जाटव, राजपूत, जट सिख, बनिया, गुर्जर, झीमर और सैनी जातियां भी प्रभावी हैं.
हरियाणा के करनाल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से 2019 के आम चुनाव में बीजेपी नेता संजय भाटिया ने बाजी मारी. इन्हें कुल 911,594 वोट मिलें. जो डाले गये सभी वोट का 70.08 प्रतिशत है. वही विरोधी पार्टी कांग्रेस नेता कुलदीप शर्मा को कुल 2,55,452 वोट मिला. जो कुल वोट का 19.64 प्रतिशत हैं.
करनाल ऐतिहासिक महत्व वाली लोकसभा सीट रही है यहां पानीपत और करनाल का इतिहास सदियों पुराना है. 1952 में इस लोकसभा सीट से विरेंद्र कुमार सत्यवादी, 1957 में सुभद्रा जोशी, 1962 में स्वामी राजेश्वरानंद, 1967 से 71 तक माधव राव शर्मा सांसद रहे हैं. 1977 में भगवंत दयाल शर्मा, 1978 में मोहिंदर सिंह, 1980 से 91 तक चिरंजी लाल शर्मा शर्मा, 1996 में ईश्वर दयाल स्वामी, 1998 में भजन लाल, 1999 में ईश्वर दयाल स्वामी, 2004 से 2009 तक अरविंद शर्मा, 2014 में अश्वनी कुमार और 2019 में संजय भाटिया सांसद रहे हैं. इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है.