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India Daily

Indian Coast Guard Rescue: भारतीय तटरक्षक बल ने 'सी एंजेल' अमेरिकी याच को बचाया, अंडमान के पास समुद्र में किया रेस्क्यू ऑपरेशन

Indian Coast Guard Rescue: भारतीय तटरक्षक बल ने 10 जुलाई को अंडमान के पास समुद्री तूफान में फंसी अमेरिकी याच 'सी एंजेल' को सफलतापूर्वक बचाया. दो सदस्यीय चालक दल सुरक्षित मिला और याच को सुरक्षित रूप से कैंपबेल बे लाया गया. ऑपरेशन ने ICG की तेज और प्रभावी प्रतिक्रिया को उजागर किया.

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Edited By: Km Jaya
Sea Angel yacht rescue
Courtesy: Social Media

Indian Coast Guard Rescue: भारतीय तटरक्षक बल यानी Indian Coast Guard ने एक बार फिर साबित किया है कि वह समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में विश्वसनीय और सतर्क प्रहरी है. 10 जुलाई 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिण-पूर्व में बेहद खराब समुद्री परिस्थितियों में फंसी अमेरिकी नौका 'सी एंजेल' को बचाकर ICG ने समय पर कार्रवाई और साहसिक रेस्क्यू ऑपरेशन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 'सी एंजेल', जो कि 16 मीटर लंबी और 8 मीटर चौड़ी एक अमेरिकी याच है, उस पर दो चालक दल के सदस्य सवार थे. यह नौका 52 नॉटिकल मील यानी लगभग 96 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित इंदिरा प्वाइंट के पास खराब मौसम में फंस गई थी. तेज हवाओं के चलते नौका की पाल फट गई और प्रोपेलर में मलबा फंस गया, जिससे नौका पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर हो गई.

व्यापारिक जहाजों को किया सतर्क 

सुबह 11:57 बजे पोर्ट ब्लेयर के समुद्री बचाव समन्वय केंद्र को आपातकालीन संदेश प्राप्त हुआ. MRCC ने तत्परता दिखाते हुए इंटरनेशनल सेफ्टी नेट को एक्टिव किया और क्षेत्र में मौजूद सभी व्यापारिक जहाजों को सतर्क किया. साथ ही, तुरंत राहत भेजने के लिए ICGS राजवीर को दोपहर 2:00 बजे रवाना किया गया.

क्रू सदस्यों की स्थिति

ICGS राजवीर ने खराब मौसम की चुनौतियों को पार करते हुए शाम 5:30 बजे 'सी एंजेल' तक पहुंच बना ली और संपर्क स्थापित किया. नौका के चालक दल से बातचीत कर स्थिति का आकलन किया गया. सौभाग्य से दोनों क्रू सदस्य सुरक्षित और स्वस्थ मिले, हालांकि नौका की स्थिति नाजुक बनी हुई थी.

अंतरराष्ट्रीय समुद्री सहयोग की भावना 

ICGS राजवीर ने स्थिति को संभालते हुए शाम 6:50 बजे नौका को टो करना शुरू किया और रातभर एस्कॉर्ट करते हुए उसे सुरक्षित रूप से 11 जुलाई की सुबह 8:00 बजे कैंपबेल बे हार्बर में लाकर खड़ा किया गया. इस अभियान ने भारतीय तटरक्षक बल की तत्परता, दक्षता और अंतरराष्ट्रीय समुद्री सहयोग की भावना को फिर से उजागर किया है.