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India Daily

चेन चुराई, गलती मानी... और दादी ने माफ कर दिया, बेंगलुरु की रंगीन ज़िंदगी ने होनहार पोते को बना दिया चोर!

केरल के अलप्पुझा में एक 65 वर्षीय दादी ने अपने पोते को दिल से माफ कर दिया, जिसने उसकी सोने की चेन चुराकर बेचने की कोशिश की थी. लेकिन पुलिस की मदद से चेन सही-सलामत मिल गई और दादी ने पोते को सजा देने की जगह ₹1000 इनाम में भी दिए.

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Edited By: Kuldeep Sharma
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Courtesy: web

अक्सर चोरी की घटनाएं रिश्तों में दरार डाल देती हैं, लेकिन केरल के अलप्पुझा जिले से एक ऐसी कहानी सामने आई है, जहां रिश्तों की गर्माहट ने कानून और अपराध को भी पीछे छोड़ दिया. यहां एक दादी ने अपने पोते की गलती को माफ करते हुए न सिर्फ अपनी सोने की चेन वापस पाई, बल्कि उसे सुधारने का भी एक मौका दिया.

65 वर्षीय महिला हर रात अपनी डेढ़ सोवरन की सोने की चेन तकिये के नीचे रखकर सोती थीं. बीते गुरुवार सुबह जब उन्होंने चेन नहीं पाई, तो उन्हें अपने पोते पर शक हुआ, जिसने पहले भी घर से पैसे चुराए थे. हालांकि, उन्होंने सीधे शिकायत दर्ज न करवा कर पुलिस से अनुरोध किया कि मामला दर्ज किए बिना सिर्फ उनकी चेन वापस दिला दी जाए.

व्हाट्सएप से पकड़ा गया चोर

पुलिस ने महिला की भावनाओं को समझते हुए एक अलग रणनीति अपनाई. उन्होंने युवक की तस्वीर ऑल केरल गोल्ड एंड सिल्वर मर्चेंट्स एसोसिएशन के डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी एबी थॉमस को भेजी. एबी ने ये तस्वीर ज्वेलर्स की एक व्हाट्सएप ग्रुप में साझा कर दी, जिसमें सभी दुकानदारों से कहा गया कि अगर ये युवक चेन बेचने आए तो सामान न खरीदें. युवक करीब 25 ज्वेलरी शॉप्स में चेन बेचने की कोशिश करता रहा, लेकिन हर जगह उसे निराशा मिली.

गलती मानने पर दादी ने दिया इनाम

बेचने में नाकाम रहने के बाद युवक ने शनिवार को चेन वापस दादी को सौंप दी और अपनी गलती मान ली. इस पर महिला ने न केवल उसे माफ किया, बल्कि ₹1000 देकर यह जताया कि वह अब भी उस पर विश्वास करती हैं. उन्होंने कहा कि भले ही वह दुखी हैं, लेकिन उनका प्यार और उम्मीद अभी भी बरकरार है.

बेंगलुरु की जिंदगी ने बिगाड़ा, लेकिन उम्मीद बाकी है

यह युवक कभी पढ़ाई में टॉप करता था और कक्षा 12वीं में सभी विषयों में A+ ग्रेड हासिल किए थे. लेकिन जब वह बेंगलुरु जाकर फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई करने लगा, तो उसकी जिंदगी की दिशा बदल गई. माता-पिता के अलगाव और मानसिक दबाव ने उसे गुमराह कर दिया. दादी को आज भी विश्वास है कि वह सुधर सकता है और वह उसे दोबारा सही राह पर लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी.