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गाजियाबाद की सोसायटी में आ गया जहरीला पानी? सैकड़ों के बीमार पड़ने के बाद मचा हंगामा

Ghaziabad News: यूपी के गाजियाबाद की एक सोसायटी में गंदे पानी की सप्लाई के बाद सैकड़ों लोगों के बीमार पड़ने की खबरें सामने आई हैं. यहां कैंप लगाकर इन लोगों का इलाज किया जा रहा है.

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Courtesy: Social Media

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की एक हाई राइज सोसायटी में सैकड़ों लोगों के अचानक बीमार पड़ने से हड़कंप मच गया है. अब आशंका जताई जा रही है कि गंदा और दूषित पानी पीने से ये लोग बीमार पड़े हैं. बीमार पड़े लोगों के लिए मेडिकल कैंप लगाकर उनका इलाज किया जा रहा है. बताया गया है कि इस सोसायटी के सैकड़ों लोग कई दिनों से उल्टी, डायरिया और बुखार जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे. तमाम कोशिशों के बावजूद ये समस्याएं रुकने का नाम नहीं ले रही थीं. अब स्थानीय लोग आरोप लगा रेह हैं कि गाजियाबाद की इस साया गोल्ड एवेन्यू सोसायटी के मैनेजमेंट ने लापरवाही बरती और गंदे पानी की सप्लाई कर दी.

यहां मचे हंगामे के बाद आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों का चेकअप किया है. बीमार पड़े लोगों बच्चों और अन्य को दवाएं दी गई हैं और उनकी सेहत पर नजर रखी जा रही है. लोगों ने पीने के पानी में गंदगी पाई तो इसकी शिकायत RWA से भी की है. सोसायटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि पहले भी इस समस्या के बारे में शिकायत की गई है लेकिन सोसायटी के मैनेजमेंट ने इसको ठीक करने के लिए कुछ नहीं किया है.

'मेंटेनेंस के पैसे लेकर भी नहीं देते सुविधाएं'

इसके बारे में एक शख्स ने बताया कि सोसायटी यहां रहने वाले लोगों से एक मोटी धनराशि मेंटेनेंस के रूप में लेती है लेकिन लोगों को अच्छी सुविधाएम नहीं मिल पा रही हैं. उन्होंने यह भी बताया कि कई लिफ्ट भी ऐसी हैं जो सही से काम नहीं कर रही हैं. एक अन्य शख्स ने बताया कि गंदे पानी की वजह से उनका पूरा परिवार बीमार पड़ गया है.

इतना ही नहीं, यहां रहने वाले लोगों का यह भी कहना है कि समस्याएं सामने लाने पर सोसायटी के बिल्डर बाउंसर बुला लेते हैं. उनका यह भी कहना है कि शुरुआत में सोसायटी मैनेजमेंट स्वास्थ्य विभाग को भी यहां आने से रोक रहा था. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अब कहा है कि उन्होंने पानी का सैंपल इकट्ठा कर लिया है और बीमार पड़े लोगों का इलाज भी किया है.

स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि आने वाले दो दिनों तक यहां कैंप लगाया जाएगा और लोगों का इलाज किया जाएगा. यह कैंप तब तक रहेगा जब तक की पानी के सैंपल की रिपोर्ट नहीं आ जाती.