menu-icon
India Daily
share--v1

Kavitha Arrested: पूर्व सीएम KCR की बेटी कविता अरेस्ट, पढ़ें शराब घोटाले की परत-दर-परत कहानी

Kavitha Arrested: तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के कविता को आज हैदराबाद से ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली शराब नीति घोटाला केस में ईडी ने उन्हें आरोपी बनाया है. ईडी उन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली लेकर आ रही है.

auth-image
India Daily Live
K Kavita,  Kavita Arrest, Delhi liquor scam, ED

Kavitha Arrested: दिल्ली शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शुक्रवार यानी 15 मार्च को हैदराबाद से के कविता को गिरफ्तार किया है. ईडी का आरोप है कि के कविता दिल्ली शराब घोटाला केस जुड़ी हुई हैं. इसको लेकर ईडी ने कई बार के कविता के खिलाफ कार्रवाई भी थी. आज आखिरकार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. 

ईडी की टीम उन्हें दिल्ली लेकर आएगी. जहां उनसे पूछताछ की जाएगी. ऐसे में आपका जानना बेहद जरूरी है कि के कविता कौन हैं और उनका नाम दिल्ली शराब घोटाले से कैसे जुड़ा. इसी केस में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और AAP सांसद संजय सिंह जेल में बंद हैं. शराब घोटाला मामले में ये तीसरी हाई प्रोफाइल गिरफ्तारी है.  

कब हुआ दिल्ली शराब नीति घोटाले का खुलासा?

ये मामला 8 जुलाई 2022 को सामने आया था. दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने एलजी विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पांच पन्नों की रिपोर्ट भेजी थी. इसी रिपोर्ट में दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 बनाने के दौरान बरती गईं अनियमितताओं को उजागर किया गया था. रिपोर्ट मिलने के बाद दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने इस मामले की विजिलेंस से जांच कराने का आदेश दिया. साथ ही इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी गई. 

विजिलेंस विभाग ने जब अपनी रिपोर्ट सौंपी तो राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया. रिपोर्ट में कहा गया था कि शराब की दुकानों पर ग्राहकों को भारी छूट दी जा रही है, जिसके कारण बाजार में दामों भारी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. साथ ही लाइसेंसधारी विज्ञापन भी जारी करके शराब की दुकानों का प्रचार कर रहे हैं.  

रिपोर्ट में दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसौदिया की ओर से स्पष्ट रूप से शराब नीति में बदलाव की बात कही गई है. इसमें बताया गया था कि दिसंबर 2015 में दिल्ली में शराब की तस्करी को रोकने, पड़ोसी राज्य यूपी और हरियाणा के बराबर ड्राई डे की संख्या को 23 से घटाकर 3 करने के प्रस्ताव को बिना कोई कारण बताए खारिज कर दिया गया. हालांकि जनवरी 2021 में उन्होंने मंत्रिपरिषद की मंजूरी के बिना उसी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी.

विजिलेंस से सीबीआई और फिर ईडी के पास पहुंचा केस

रिपोर्ट सामने आने के बाद सीबीआई ने अपनी एफआईआर में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के आईटी प्रभारी विजय नायर समेत 14 लोगों के नाम शामिल किए. इसी दौरान ईडी भी इस केस में आ गई. ईडी ने एक कोर्ट को बताया था कि दिल्ली शराब मामले में अपराध की कथित आय 292 करोड़ रुपये से ज्यादा है. 

ईडी ने आरोप लगाया कि यह घोटाला थोक शराब कारोबार को निजी संस्थाओं को देना और 6% किकबैक के लिए 12% मार्जिन तय करना था. नवंबर 2021 में अपनी पहली शिकायत में ईडी ने कहा कि ये नीति जानबूझकर कमियों के साथ तैयार की गई थी, जो आम आदमी पार्टी के नेताओं को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई थी. 

ईडी ने ये भी आरोप लगाया था कि आप नेताओं ने विजय नायर के साथ एक बिचौलिए के रूप में साउथ ग्रुप के नाम से पहचाने जाने वाले लोगों से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी. जिन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए शराब के थोक कारोबारियों और रिटेलर्स को सप्लाई की थी. 

के कविता का नाम कैसे इस घोटाले से जुड़ा?

ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा था था कविता उसी 'साउथ ग्रुप' का हिस्सा हैं, जिसने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति में फायदे के बदले आम आदमी पार्टी के नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी. हालांकि के कविता शुरू से इन आरोपों का खंडन करती आई हैं. उन्होंने ईडी के नोटिस को 'मोदी नोटिस' बताया था. हालांकि इस मामले में आम आदमी पार्टी के तीन बड़े नेता मनीष सिसौदिया, संजय सिंह और विजय नायर पहले से ही जेल में हैं.

काफी खींचतान के बाद 1 दिसंबर 2022 को सीबीआई की एक टीम ने के कविता का बयान उनके हैदराबाद स्थित घर पहुंच कर दर्ज किया. अगले दिन सीबीआई ने उन्हें सीआरपीसी धारा 160 के तहत एक और नोटिस जारी किया. इस नोटिस में कहा गया था कि उत्पाद शुल्क नीति में कथित भ्रष्टाचार की जांच के संबंध में 6 दिसंबर को शामिल हों. 

कौन हैं के कविता?

के कविता भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी हैं. पिछले साल नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी हार गई थी. इसके बाद कांग्रेस ने तेलंगाना में अपनी सरकार बनाई थी. सत्ता गंवाना 46 वर्षीय के कविता के लिए बड़ा झटका था, क्योंकि वे तेलंगाना अलग राज्य आंदोलन में काफी सक्रिय रही थीं. 2014 में तेलंगाना राज्य बनने के बाद वे राजनीति में उतरी थीं. उन्होंने निजामाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और 1,67,184 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस के दो बार के सांसद मधु यास्खी गौड़ को हराया था.