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ऑपरेशन बिहाली: अमरनाथ यात्रा से पहले उधमपुर के जंगल में जैश के आतंकियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में एक जंगल वाले इलाके में सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों को घेर लिया है. “ऑपरेशन बिहाली” के तहत मुठभेड़ जारी है. यह कार्रवाई अमरनाथ यात्रा से कुछ दिन पहले खराब मौसम में की जा रही है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
ऑपरेशन बिहाली
Courtesy: Web

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में एक जंगल वाले इलाके में सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों को घेर लिया है. “ऑपरेशन बिहाली” के तहत मुठभेड़ जारी है. यह कार्रवाई अमरनाथ यात्रा से कुछ दिन पहले खराब मौसम में की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि जिन चार आतंकियों को घेरा गया है, वे लगभग एक साल से निगरानी में थे. सुरक्षा बलों ने उधमपुर जिले के घने जंगल में उन्हें घेर कर लिया है. सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच यह मुठभेड़ कठिन मौसम में हो रही है, जहां भारी बारिश और धुंध के कारण सुरक्षबलों को देखने में परेशानी हो रही है.

व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर पोस्ट कर दी जानकारी

भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने बताया कि “ऑपरेशन बिहाली” जारी है. विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में संयुक्त अभियान शुरू किया है. आतंकियों से संपर्क हो चुका है और ऑपरेशन जारी है. यह जानकारी व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर दी है.

आतंकियों से मुठभेड़ अभी भी जारी

यह सख्त कार्रवाई अमरनाथ यात्रा से पहले की गई है, जो कि 3 जुलाई से शुरू होने जा रही है. इससे पहले 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा अभियान तेज कर दिए गए हैं. हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने एक मैदान में गोलियां चलाई थीं. जम्मू जोन के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) भीम सेन टुटी ने कहा, “मुठभेड़ सुबह तड़के शुरू हुई थी और अभी भी जारी है.”

यह मुठभेड़ ऐसे समय हो रही है जब सालाना अमरनाथ यात्रा शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं. इस बार हजारों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी, जो 9 अगस्त तक चलेगी. यात्रा की तैयारियों के तहत बुधवार को गांदरबल जिले के बालटाल बेस कैंप पर सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त मॉक ड्रिल की, ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटने की तैयारी सुनिश्चित की जा सके.