उत्तर प्रदेश की बाकी बची लोकसभा सीटों पर चुनावी समीकरण हर दिन बदल रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने कहा था कि उनके समर्थक जिसको चाहें उसे वोट कर सकते हैं. अब वोटिंग से 3 दिन पहले उनकी पार्टी ने सार्वजनिक तौर पर समाजवादी पार्टी (SP) का समर्थन कर दिया है. इसी का नतीजा हुआ कि आज जब सपा के मुखिया राजा भैया प्रतापगढ़ में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे तो उनके मंच से 'जनसत्ता दल जिंदाबाद' के नारे भी लगे. ये नारे कोई और नहीं बल्कि सपा विधायक आर के वर्मा ही लगा रहे थे. खुद अखिलेश यादव ने भी राजा भैया के लिए कहा कि पहले जो लोग नाराज रहते थे, अब उनका भी साथ मिल रहा है.
दरअसल, एक दिन पहले ही जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के जिलाध्यक्ष ने औपचारिक रूप से ऐलान किया कि उनकी पार्टी सपा का समर्थन करेगी. बता दें कि प्रतापगढ़ जिले की कुल 7 विधानसभा सीटों में से पांच सीटें प्रतापगढ़ लोकसभा क्षेत्र में आती हैं. वहीं, बाकी की दो सीटें यानी कुंडा और बाबागंज कौशांबी लोकसभा क्षेत्र में आती हैं. ये दोनों ही विधानसभा सीटें जनसत्ता दल के कब्जे में हैं. इस बार राजा भैया की ओर से लोकसभा चुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतरा है.
प्रतापगढ़ में अखिलेश यादव :
— Gaurav Yadav (@ygauravyadav) May 23, 2024
लोग नाराज थे उनका भी समर्थन मिल रहा है।
जनसत्ता दल जिन्दाबाद के नारों से गूंज उठा समाजवादी पार्टी का मंच.#Akhileshyadav#rajabhaiya pic.twitter.com/C1vs2N72Di
क्या बोले अखिलेश यादव?
पहले चर्चाएं थीं कि राजा भैया भी अखिलेश यादव के साथ मंच साझा कर सकते हैं लेकिन वह सुबह ही लखनऊ चले गए. सपा और कांग्रेस के गठबंधन के नाते अखिलेश यादव के मंच पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी भी मौजूद रहे. इसी मंच से अखिलेश यादव ने कहा, 'अब बताओ आपको चारों ओर से समर्थन मिल रहा है कि नहीं मिल रहा है. बताओ कांग्रेस का समर्थन मिल गया कि नहीं मिल गया, बताओ AAP पार्टी का समर्थन मिल गया कि नहीं मिल गया. जो लोग थोड़ा बहुत नाराज रहते थे, आजकल वह भी साथ आ गए कि नहीं आ गए?'
अखिलेश यादव ने मौजूदा सांसद संगम लाल गुप्ता का जिक्र करते हुए कहा, 'बताओ बीजेपी के जो सांसद हैं वह रो रहे हैं कि नहीं रो रहे हैं? वह रो इसलिए रहे हैं कि इस बार वह प्रतापगढ़ से लाखों वोट से चुनाव हारकर जा रहे हैं.' बता दें कि कुछ दिन पहले ही संगम लाल गुप्ता एक चुनावी रैली में भावुक हो गए थे और कहने लगे थे कि क्षत्रिय लोग नहीं चाहते कि तेली समाज का कोई आदमी सांसद बने.
बता दें कि 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान राजा भैया और सपा के बीच दूरियां बढ़ गई हैं. अखिलेश यादव ने 'कुंडा में कुंडी लगा देंगे' वाला जो बयान दिया था उसको लेकर राजा भैया ने सख्त नाराजगी जताई थी. इसके चलते लंबे समय तक दोनों ही नेताओं के बीच तल्खियां भी बढ़ गई थीं. हालांकि, अब राजा भैया ने भी माना है कि पहले की तुलना में रिश्तों में सुधार हुआ है और उनकी सभी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात होती रही है.