अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया के विमान हादसे की जांच में एक अहम खुलासा हुआ है. अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने सात साल पहले बोइंग विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच की संभावित खराबी को लेकर चेतावनी दी थी. हालांकि, एयर इंडिया ने जांच दल को बताया कि ये सुझाव केवल सलाहकारी थे, अनिवार्य नहीं, इसलिए इनका पालन नहीं किया गया.
यूएस FAA की चेतावनी और बोइंग विमानों की खामी
2018 में, FAA ने स्पेशल एयरवर्थनेस इन्फॉर्मेशन बुलेटिन (SAIB), NM-18-33 जारी किया था, जिसमें बोइंग विमानों के फ्लूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग मैकेनिज्म में संभावित समस्याओं की ओर ध्यान दिलाया गया था. कुछ बोइंग 737 विमानों में इन स्विचों की लॉकिंग सुविधा निष्क्रिय पाई गई थी. ये लॉकिंग मैकेनिज्म स्विच को अनजाने में या गलती से हिलने से रोकते हैं. अगर लॉक निष्क्रिय हो, तो कंपन, अनजाने स्पर्श या अन्य कारणों से स्विच हिल सकता है. FAA ने इसे गंभीर नहीं माना और इसे अनिवार्य निर्देश के बजाय सलाहकारी निरीक्षण की सिफारिश की थी.
ईंधन कटऑफ का रहस्य
एयर इंडिया के विमान AI171 के प्रारंभिक जांच के अनुसार, हादसे से ठीक पहले एक पायलट ने दूसरे से पूछा, "तुमने इंजनों का ईंधन क्यों बंद किया?" लेकिन दूसरे पायलट ने इससे इनकार किया. यह अभी जांच का विषय है कि क्या ईंधन वास्तव में बंद किया गया था, और यदि हां, तो क्या यह मानवीय गलती थी या मैकेनिकल/सिस्टम खराबी.
विमान का रखरखाव और इतिहास
हादसे में शामिल विमान, VT-ANB, का रखरखाव रिकॉर्ड 2023 से पूरी तरह साफ था. प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, सभी आवश्यक निरीक्षण पूरे किए गए थे और विमान के पास वैध एयरवर्थनेस प्रमाणपत्र थे. एयरलाइन ने इस विमान के थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल को 2019 और 2023 में दो बार बदला था, लेकिन ये बदलाव ईंधन स्विच से संबंधित नहीं थे.
दशक का सबसे घातक हादसा
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर हादसे का शिकार हुआ, जो पिछले एक दशक का सबसे घातक विमान हादसा माना जा रहा है. टेकऑफ के तुरंत बाद विमान के दोनों इंजन एक सेकंड के अंतराल में बंद हो गए. जांचकर्ताओं ने पक्षी टकराने या बाहरी क्षति की संभावना को खारिज कर दिया है, लेकिन ईंधन कटऑफ का कारण अभी भी जांच के दायरे में है.नागरिक उड्डयन मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह एक प्रारंभिक रिपोर्ट है, और अधिक साक्ष्य मिलने पर निष्कर्ष बदल सकते हैं.