menu-icon
India Daily

जलता हुआ विमान का मलबा, काली पड़ी इमारतें, शवों की असहनीय गंध; BJ मेडिकल कॉलेज बना कब्रिस्तान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि विमान में 1,25,000 लीटर ईंधन था, जिसके कारण आग की तीव्रता इतनी थी कि जीवित बचने की कोई संभावना नहीं थी.

auth-image
Edited By: Gyanendra Sharma
Air India Burning plane debris blackened buildings unbearable smell of dead bodies, BJ Medical Colle

गुरुवार को अहमदाबाद, गुजरात में एक भयानक हादसा हुआ, जब लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में आग लगने से 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक व्यक्ति जीवित बचा, जबकि परिसर में मौजूद कुछ अन्य लोग भी हादसे का शिकार हुए.

तबाही का मंजर

इस हादसे ने अहमदाबाद को झकझोर दिया. जलता हुआ मलबा, काली पड़ी इमारतें और मौत की असहनीय गंध ने भयावह दृश्य रच दिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंचे, ने बताया कि विमान में 1,25,000 लीटर ईंधन था, जिसके कारण आग की तीव्रता इतनी थी कि जीवित बचने की कोई संभावना नहीं थी. उन्होंने कहा, "दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787 में तापमान इतना अधिक था कि किसी को बचाने की कोई गुंजाइश नहीं थी." फिर भी, चमत्कारिक रूप से एक यात्री बच गया.

ईंधन और शवों की गंध
दुर्घटना के बाद हवा में विमानन ईंधन और जले हुए मानव शरीर की दुर्गंध घंटों तक बनी रही. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, यह गंध बीजे मेडिकल कॉलेज और नजदीकी सिविल अस्पताल तक फैल गई. विमान, जो दोपहर 1:30 बजे के बाद अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ा, मेडिकल कॉलेज के आवासीय क्षेत्र में गिरा. हादसे से तीन इमारतें प्रभावित हुईं, जिनमें एमबीबीएस छात्रों से भरा एक मेस हॉल और दो पांच मंजिला कर्मचारी आवास शामिल थे, जो आग में पूरी तरह झुलस गए.

मलबे का दृश्य
घटनास्थल पर बिखरे मलबे में मुड़े हुए बीम, काली दीवारें, धातु के टुकड़े और कई यात्रियों के जले हुए अवशेष मिले, जिनकी पहचान डीएनए परीक्षण से होगी. विमान का एक बड़ा पंख जमीन पर पड़ा मिला, जबकि पूंछ का हिस्सा मेस हॉल में धंसा हुआ था. यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ.

बचाव कार्य
रातभर चले बचाव अभियान में गुजरात पुलिस, अग्निशमन विभाग और आपातकालीन इकाइयों ने मलबे को हटाने के लिए अर्थ मूवर्स का उपयोग किया. गुरुवार रात तक, पुलिस ने पुष्टि की कि 265 शवों को सिविल अस्पताल लाया गया.