गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने अनुभवी पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल की जिंदगी को असमय छीन लिया. दरअसल, 60 वर्षीय कैप्टन सभरवाल को विमान उड़ाने का लगभग तीन दशक का अनुभव था, जिसमें उन्होंने 8,200 घंटों से अधिक उड़ान भरी थी. बता दें कि, वे पवई के जलवायु विहार में रहते थे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जानकारों का कहना है कि सुमित इस बारे में अक्सर बात करते थे. जहां उनके पिता की उम्र 88 साल है. वहीं, कैप्टन सभरवाल जॉब की वजह से वह उनके साथ ज्यादा वक्त नहीं बिता पा रहे थे. इसलिए उनकी देखभाल ठीक तरह से नहीं कर पा रहे थे.
सबसे वरिष्ठ क्रू सदस्य थे सभरवाल
कैप्टन सभरवाल इस उड़ान के सबसे वरिष्ठ चालक दल के सदस्य थे. वह लाइन ट्रेनिंग कैप्टन के रूप में भी कार्यरत थे, एक ऐसा पद जो केवल सबसे अनुभवी और कुशल पायलटों को सौंपा जाता है. इस भूमिका में वे युवा चालक दल के सदस्यों को मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्रदान करते थे. उनकी निपुणता और समर्पण ने उन्हें सहकर्मियों और प्रशिक्षुओं के बीच सम्मानित बनाया था.
रिटायरमेंट से कुछ महीने पहले त्रासदी
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, कैप्टन सभरवाल की रिटायरमेंट में केवल कुछ महीने बचे हुए थे. वह रिटायर होने के बाद अपने 82 वर्षीय पिता के साथ समय बिताने की योजना बना रहे थे, जो नागरिक उड्डयन नियामक निकाय के पूर्व अधिकारी रह चुके थे. यह हादसा उनके परिवार और दोस्तों के लिए एक गहरा आघात है. मुंबई में उनके पड़ोसी ने बताया, “वह बहुत ही संकोची और अनुशासित व्यक्ति थे.उन्हें हम अक्सर वर्दी में आते-जाते देखते थे.”
सह-पायलट की भी थी उम्दा योग्यता
विमान के सह-पायलट और प्रथम अधिकारी क्लाइव कुंदर भी कम अनुभवी नहीं थे. उन्होंने लगभग 1,100 घंटों की उड़ान का अनुभव अर्जित किया था और बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ाने का प्रमाणपत्र भी मिला हुआ था. उनकी योग्यता और प्रशिक्षण ने उन्हें इस महत्वपूर्ण उड़ान के लिए तैयार किया था, लेकिन यह हादसा सभी प्रयासों पर भारी पड़ गया.
हादसे का गहरा दुख
कैप्टन सभरवाल और सह-पायलट कुंदर जैसे अनुभवी पायलटों का निधन विमानन उद्योग और उनके प्रियजनों के लिए अपूरणीय क्षति है. यह हादसा हमें उन नायकों को याद करने का अवसर देता है, जो आसमान में हमारी सुरक्षा के लिए समर्पित थे.