Saudi-Pakistan Defence Pact: भारत ने पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हाल ही में हुए रक्षा समझौते पर प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि सऊदी अरब आपसी हितों और संवेदनशीलताओं का ध्यान रखेगा. इस समझौते के तहत किसी एक देश पर हमला दोनों देशों पर हमला माना जाएगा. भारत ने इस कदम के राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता पर प्रभाव का अध्ययन करने की बात कही है.
पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुए रक्षा समझौते ने भारत का ध्यान आकर्षित किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत की स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक साझेदारी पिछले कुछ वर्षों में और मजबूत हुई है. इस समझौते के बाद भारत सतर्कता के साथ इसके प्रभावों का आकलन कर रहा है.
उम्मीद है आपसी हिदों का सम्मान होगा
रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच गहरे रणनीतिक संबंध हैं. इस समझौते के संदर्भ में भारत को उम्मीद है कि सऊदी अरब आपसी हितों और संवेदनशीलताओं का सम्मान करेगा. भारत इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है.
#WATCH | On the Saudi Arabia-Pakistan Agreement, MEA spokesperson Randhir Jaiswal says, "India and Saudi Arabia have a wide-ranging strategic partnership which has deepened considerably in the last several years. We expect that this strategic partnership will keep in mind mutual… pic.twitter.com/qxoTg3XzN2
— ANI (@ANI) September 19, 2025
पाकिस्तान-सऊदी समझौते की पृष्ठभूमि
पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच यह रक्षा समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब हाल ही में कतर में हमास नेतृत्व पर इजरायली हमला हुआ. समझौते के तहत दोनों देशों ने घोषणा की है कि किसी एक पर हमला दोनों के खिलाफ माना जाएगा.
भारत की सुरक्षा चिंताएं
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारत इस समझौते के राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ने वाले प्रभावों का गहन अध्ययन करेगा. मंत्रालय ने क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता पर भी इसके असर का आकलन करने की बात कही.
राष्ट्रीय हितों की रक्षा
जायसवाल ने स्पष्ट किया कि भारत सरकार राष्ट्रीय हितों की रक्षा और व्यापक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. भारत इस समझौते के प्रभावों पर नजर रखेगा और अपनी नीतियों को मजबूत रखेगा.