नई दिल्ली: हीरामंडी को सिर्फ भारत नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी खूब प्यार दिया गया है. इस सीरीज को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. हीरामंडी लाहौर की उन तवायफों की कहानी दिखाता है जो कि मोहब्बत, सियासत और तहजीब के कश्मकश में फंसती दिखती है. हीरामंडी को देखने के बाद आपको पता चलेगा कि तवायफों का काम सिर्फ बिस्तर गर्म करना नहीं बल्कि देश की आजादी के लिए अपनी कुर्बानी देना भी था. उनके अंदर भी एक क्रांतिकारी देश भक्त है.
आज हम आपको ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में बताएंगे जिसमें आपको पता चलेगा कि हिंदुस्तान के नवाब कैसा शौक रखते थे और उनके लिए तवायफें कितनी कुरबानी देती हैं.
'बेगम जान'
अभिनेत्री विद्या बालन की फिल्म 'बेगम जान' तो आपने देखी होगी. साल 2017 में रिलीज हुई विद्या बालन की की ये फिल्म आपके मन में कई सवाल पैदा कर देगी. फिल्म की कहानी कोठे में रहने वाली 11 महिलाओं की है, जो अपने कोठे को बचाने के लिए हर मुमकिन प्रयास करती हैं. फिल्म का पहला सीन जो कि दिल्ली के निर्भया केस से प्रेरित लगता है लेकिन इसमें लड़की का रेप होने से बच जाता है. फिल्म का पहला सीन देखने के बाद आप अंदर तक हिल जाएंगे. फिल्म को देखकर आपको लगेगा कि लड़कियों के साथ जो पहले होता था वो अब भी होता आ रहा है.
गंगूबाई काठियावाड़ी
अब बात करते हैं संजय लीला भंसाली की गंगूबाई की जिसको देखकर आप भी हैरान रहने वाले हैं. फिल्म में आलिया भट्ट की एक्टिंग की अब तक तारीफ होती है. इस फिल्म में गंगूबाई जो तवायफों की जिंदगी में थोड़ी रोशनी लाना चाहती है और उनके हक और इज्जत के लिए अंग्रेजों से लड़ती है.
उमराव जान
उमराव जान जो शायद ही किसी ने अब तक नहीं देखी होगी. फिल्म की कहानी एक प्रेमिका और तवायफ के बीच की है जिसको बड़े पर्दे पर जेपी दत्ता ने दिखाया है. जेपी दत्ता की इस फिल्म को फैंस ने भरपूर प्यार दिया है.