मुंबई: कन्नड़ सिनेमा के दर्शकों के चहेते कॉमेडियन और दिग्गज अभिनेता एम.एस. उमेश अब हमारे बीच नहीं रहे. 80 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. लंबे समय से लीवर कैंसर से जूझ रहे उमेश का अंतिम इलाज बेंगलुरु के किदवाड़ी अस्पताल में चल रहा था. इलाज के बावजूद वे इस बीमारी से हार गए और शनिवार को अंतिम सांस ली.
उनके निधन की खबर जैसे ही बाहर आई, पूरे कन्नड़ फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई. सोशल मीडिया पर फैंस लगातार उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. एक यादगार डायलॉग ने बनाया घर-घर का नामउमेश को लोग प्यार से 'अपरथा माड़कोबेड़ी' कहकर याद करते हैं. यह डायलॉग उनके मुंह से निकला तो पूरे कर्नाटक में छा गया. उनकी मासूम सी सूरत, अजीबोगरीब एक्सप्रेशन और बेबाक कॉमेडी टाइमिंग ने दर्शकों का दिल जीत लिया.
60 साल के लंबे करियर में उन्होंने 350 से ज्यादा कन्नड़ फिल्मों में काम किया. उमेश का फिल्मी सफर साल 1960 में फिल्म 'मक्कला राज्य' से शुरू हुआ था. असली पहचान उन्हें 1977 में आई सुपरहिट फिल्म 'कथा संगमा' से मिली. इसमें उन्होंने 'तिम्मारया' का किरदार निभाया था, जिसके लिए उन्हें कर्नाटक राज्य फिल्म पुरस्कार भी मिला था. इसके बाद 'गुरु-शिष्यरु', 'हालू जेनू', 'अपूर्व संगमा' जैसी कई फिल्मों में उनके कॉमेडी रोल्स ने दर्शकों को हंसाते-हंसाते लोटपोट कर दिया.
ಪ್ರಖ್ಯಾತ ಹಾಸ್ಯ ಕಲಾವಿದರಾದ ಶ್ರೀ ಎಂ.ಎಸ್. ಉಮೇಶ್ ಅವರ ನಿಧನದ ಸುದ್ದಿ ಕೇಳಿ ಬಹಳ ದುಃಖವಾಯಿತು. ತಮ್ಮ ನವಿರಾದ ಹಾಸ್ಯದ ಮೂಲಕ ಪ್ರೇಕ್ಷಕರನ್ನು ನಗೆಗಡಲಿನಲ್ಲಿ ತೇಲಿಸುತ್ತಿದ್ದ ಉಮೇಶ್ ಕನ್ನಡ ಚಿತ್ರರಂಗವನ್ನು ಶ್ರೀಮಂತಗೊಳಿಸಿದ ನಟರು.
'ಗುರು ಶಿಷ್ಯರು', 'ಹಾಲು ಜೇನು', 'ಅಪೂರ್ವ ಸಂಗಮ' ಸೇರಿ ಅನೇಕ ಚಿತ್ರಗಳಲ್ಲಿ ಮನೋಜ್ಞ ಅಭಿನಯ ನೀಡಿದ್ದ… pic.twitter.com/107LHCGy0I— ಹೆಚ್.ಡಿ.ಕುಮಾರಸ್ವಾಮಿ | HD Kumaraswamy (@hd_kumaraswamy) November 30, 2025Also Read
डॉ. राजकुमार, अंबरीश, विष्णुवर्धन जैसे बड़े सितारों के साथ काम करने का उन्हें मौका मिला और हर बार वे अपनी छाप छोड़ गए. बीते कुछ महीनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी. पहले उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, फिर जांच में लीवर कैंसर का पता चला.
अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी वे हंसमुख बने रहे और अपने चाहने वालों से मिलते-जुलते रहे. पर अफसोस इस बार जिंदगी की जंग वे नहीं जीत पाए. कन्नड़ सिनेमा ने आज अपना एक कीमती हीरा खो दिया. उमेश सर की हंसी, उनके डायलॉग और उनकी अदायगी आने वाले कई सालों तक दर्शकों के दिलों में जिंदा रहेगी.