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India Daily

Alok Nath Controversy: 'संस्कारी बाबूजी' को सुप्रीम कोर्ट से राहत, हरियाणा मार्केटिंग घोटाले में गिरफ्तारी पर लगाई रोक

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता आलोक नाथ, जिन्हें फैंस प्यार से 'संस्कारी बाबूजी' कहते हैं, को सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़े विवाद से राहत दी है. हरियाणा में एक कथित मार्केटिंग घोटाले के मामले में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई है. यह खबर 16 सितंबर 2025 को सामने आई, जब सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अभिनेता की याचिका पर सुनवाई की.

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Edited By: Antima Pal
Alok Nath Controversy
Courtesy: social media

Alok Nath Controversy: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता आलोक नाथ, जिन्हें फैंस प्यार से 'संस्कारी बाबूजी' कहते हैं, को सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़े विवाद से राहत दी है. हरियाणा में एक कथित मार्केटिंग घोटाले के मामले में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई है. यह खबर 16 सितंबर 2025 को सामने आई, जब सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अभिनेता की याचिका पर सुनवाई की.

इस मामले की शुरुआत हरियाणा के सोनीपत जिले से हुई. एक 37 वर्षीय निवासी विपुल अंतिल की शिकायत पर 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. इनमें आलोक नाथ और उनके सह-कलाकार श्रेयस तलपड़े भी शामिल हैं. दोनों अभिनेता एक क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के ब्रांड एंबेसडर थे. यह सोसाइटी मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटीज एक्ट के तहत 16 सितंबर 2016 से कई राज्यों में काम कर रही थी. शिकायत के मुताबिक सोसाइटी ने लोगों को निवेश के नाम पर धोखा दिया. निवेशकों को आकर्षित करने के लिए आलोक नाथ और श्रेयस तलपड़े जैसे सितारों का इस्तेमाल किया गया.

'संस्कारी बाबूजी' को सुप्रीम कोर्ट से राहत

सुप्रीम कोर्ट की बेंच, जिसमें जस्टिस बीवी नागरत्ना और आर महादेवन शामिल थे, ने हरियाणा पुलिस और अन्य पक्षों को नोटिस जारी किया. सुनवाई के दौरान बेंच ने कहा, 'अगली सुनवाई तक याचिकाकर्ता के खिलाफ कोई जबरन कार्रवाई न की जाए.' इससे आलोक नाथ को तत्काल राहत मिल गई. इससे पहले जुलाई 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने श्रेयस तलपड़े को भी इसी मामले में गिरफ्तारी से सुरक्षा दी थी. जस्टिस नागरत्ना और केवी विश्वनाथन की बेंच ने तब हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पुलिस को नोटिस भेजा था.

क्या है पूरा मामला?

यह घोटाला मल्टी-लेवल मार्केटिंग से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसमें निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी हुई. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी इसी सोसाइटी से जुड़ी एक और एफआईआर दर्ज हुई, जिसमें आलोक नाथ और श्रेयस तलपड़े का नाम था. महोबा में यह स्कीम 10 साल से चल रही थी और फरवरी 2025 में 9 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया. कई राज्यों में एफआईआर होने से अभिनेता पर दबाव बढ़ गया था.

इन फिल्मों से बनाई घर-घर में पहचान

आलोक नाथ का करियर हमेशा परिवारिक भूमिकाओं के लिए जाना जाता है. 'ये जो है जिंदगी', 'बुनियाद' और 'कुर्बान' जैसी फिल्मों से वे घर-घर पहचाने जाते हैं. लेकिन 2018 में मीटू मूवमेंट के दौरान उनके खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगे, जो विवादास्पद रहे. आलोक नाथ ने अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि सच्चाई जल्द सामने आए.