नई दिल्ली: साल 2020 के बाद आपने एक शब्द काफी बार सुना होगा जो कि नेपोटिज्म था. इस शब्द को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल भी छिड़ा था. इस वक्त फिल्म निर्माता करण जौहर पर भी नेपोटिज्म को बढ़ावा देने का आरोप लगा था. इंडस्ट्री में नए किड को लॉन्च करने वाले करण जौहर ही हैं. उन्होंने आलिया भट्ट, वरुण धवन, अनन्या पांडे जैसे सितारों को लॉन्च किया है.
हालांकि, इस का जवाब देते हुए करण जौहर ने कहा था कि वो भले ही स्टार किड्स को लॉन्च करते हो लेकिन उन्होंने सिद्धार्थ मल्होत्रा और तारा सुतारिया को भी लॉन्च किया है तो कोई उसकी क्यों नहीं बात करता है.
अब आप सोचेंगे कि ये बात हम आपसे क्यों कह रहे हैं. दरअसल, करण जौहर के बाद अब संजय लीला भंसाली पर भी नेपोटिज्म का आरोप लग रहे हैं क्योंकि उन्होंने हीरामंडी में अपनी भतीजी शर्मिन सहगल को लिया है. हीरामंडी अगर आप देखें तो उसमें शर्मिन को मनीषा कोइराला और सोनाक्षी जितनी ही स्क्रीन टाइम मिली है. पूरी कहानी शर्मिन सहगल के ही ईर्द-गिर्द घूमती है. जबकि वहीं बाकी सितारे जैसे अदिति राव हैदरी, संजीदा शेख और ऋचा चड्ढा जैसे शानदार कलाकार को काफी कम स्क्रीन टाइम मिला.
आलमजेब के रोल में नजर आ रहीं शर्मिन सहगल, जो कि मल्लिकाजान की बेटी बनी हैं. मल्लिकाजान(मनीषा कोइराला) अपनी बेटी को हीरामंडी की अगली वारिस बनाना चाहती है लेकिन आलमजेब को तवायफ नहीं बल्कि शायर बनना होता है. अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए आलमजेब पूरी सीरीज में अपनी मां से लड़ती है लेकिन आखिरी में अपनी बहन के खातिर उसको अंग्रेज के सामने हम बिस्तर होना पड़ता है.
वहीं एक्टिंग की बात करें तो सबका कहना है कि शर्मिन सहगल ने इस सीरीज में कुछ खास एक्टिंग नहीं की है लेकिन वह भंसाली की भतीजी है तो उनको मेन रोल दिया गया है. लोगों के ट्रोलिंग के बाद शर्मिन सहगल को अपना कमेंट सेक्शन तक बंद करना पड़ा. शर्मिन सहगल ने हाल ही में अपने मामा यानी संजय लीला भंसाली के साथ फोटो शेयर की है जिसका उन्होंने कमेंट सेक्शन बंद कर रखा है.