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'भाजपा हटाओ, माछ-भात खाओ', जानें क्यों ममता बनर्जी मोदी सरकार के खिलाफ चला रही ये कैंपेन

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनावों का आगाज होने में अब बस कुछ घंटों का ही समय बाकी रह गया है और जिन क्षेत्रों में पहले चरण के चुनाव होने हैं वहां पर चुनाव प्रचार भी बंद हो रहा है. इस बीच हर पार्टी के स्टार कैंपेनर चुनाव प्रचार में जी-जान लगाते नजर आरहे हैं.

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Mamata Banerjee

Lok Sabha Elections 2024: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बुधवार को एक रैली को संबोधित करते हुए बड़ा आरोप लगाया है कि रामनवमी के मौके पर राज्य में दंगे भड़काने की साजिश रची जा रही है. पिछले साल भी रामनवमी के मौके पर बंगाल में हिंसा की घटनाएं सामने आई थी जिसमें बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच बड़े पैमाने पर भिड़ंत हुई थी.

ममता बनर्जी ने एक चुनावी रैली में अप्रत्याशित रूप से बीजेपी पर आरोप लगाया, 'वे आज दंगे में शामिल होंगे. दंगा होने की संभावना है और वे दंगा करके और वोट लूटकर (चुनाव) जीतेंगे.'

तेजस्वी के बचाव में उतरी ममता बनर्जी

ममता बनर्जी यहीं पर नहीं रुकी उन्होंने रैली को आगे संबोधित करते हुए मोदी सरकार के संकल्प पत्र में दी गई गारंटी को भी धता बताया और इसके लिए उन्होंने आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव की भी बात की. यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन से अलग हो चुकी हैं जबकि तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी आरजेडी अभी भी गठबंधन का हिस्सा है, इसके बावजूद ममता बनर्जी ने तेजस्वी यादव का बचाव करते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.

लोगों पर सिर्फ कंट्रोल करना चाहती है बीजेपी
 
सीएम ममता बनर्जी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा,'अगर आपको खाने की आजादी नहीं है, तो क्या आपको बोलने की आज़ादी मिलेगी? भाजपा में इतने विभाजनकारी लोग हैं कि...जब वे किसी बंगाली को देखते हैं, तो वे उनसे पूछते हैं कि वे मछली कैसे खा सकते हैं. यदि वे शाकाहारी बनना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है. मुझे समझ नहीं आता कि दूसरे क्या खाते हैं उन्हें उससे क्या मतलब है, किसी के खाने पर कंट्रोल करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. वे कौन होते हैं यह तय करने वाले कि लोग क्या खाएंगे और क्या पहनेंगे? यह निर्णय लेने का अधिकार केवल इस देश के लोगों को है.'

बीजेपी आई तो आजादी खत्म हो जाएगी

बता दें कि लोकसभा चुनाव में मछली ने बतौर मुद्दा तब एंट्री मारी जब पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते तेजस्वी यादव के मछली खाने को लेकर तंज कसा था. पीएम मोदी ने कहा था कि कुछ हिंदू मांसाहारी खाने से परहेज करते हैं. इस पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि वो आपके खाने-पीने की आदतों पर कंट्रोल करना चाहते हैं.

उन्होंने कहा,'हर किसी के अपने-अपने रीति-रिवाज और परंपराएं हैं, लेकिन वे हमारी विविधता को मिटा देंगे. वे आपके लिए सब कुछ तय करेंगे, यहां तक कि क्या खाना और पहनना भी शामिल है. लोगों को बोलने की भी परमिशन नहीं दी जा सकती है. देश में कोई चुनाव नहीं होगा. कोई संघीय ढांचा या संविधान नहीं होगा और अगर वे सत्ता में आए तो केवल मोदी सरकार ही रहेगी.'

पीएम के बायन से पहले एक और अब दो बार खाता हूं मछली

तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी इस पर बात करते हुए कहा कि मछली पर बयान पीएम मोदी की ओर से आया था और उन्होंने खाने-पीने की आदतों को लोकसभा चुनाव का मुद्दा बनाया. अभिषेक ने इस दौरान एक रोड शो भी किया और रोड शो खत्म होने के बाद फिर से इसे मुद्दा बनाया.

उन्होंने कूच बिहार में हुई एक सार्वजनिक बैठक में कहा, 'मैं पहले दिन में एक बार मछली खाता था लेकिन उनके (मोदी के) बयान के बाद, मैं दो बार मछली खा रहा हूं. वे हमें सिर्फ इसलिए देशद्रोही कह रहे हैं क्योंकि हम मछली खाते हैं. ध्यान रखें, यह बयान किसी बीजेपी नेता ने नहीं बल्कि खुद पीएम ने दिया है. उन्होंने कहा कि चूंकि हम मछली खाते हैं, इसलिए हम हिंदू विरोधी हैं. देशवासियों, अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो वे मछली खाने पर प्रतिबंध लगा देंगे। क्या आप भविष्य में मछली खाना चाहेंगे? यदि हां, तो वे हमारी संस्कृति और हमारी जड़ों को नहीं जानते हैं. केंद्र अब यह तय करना चाहता है कि मैं क्या खाता हूं, मैं क्या करता हूं या यहां तक कि मैं क्या पहनता हूं. अगर आप ऐसी पार्टी को वोट देते हैं तो आप वास्तव में मुसीबत को निमंत्रण दे रहे हैं.'

माछ भात खाओ बीजेपी हटाओ का कैंपेन चलाएगी TMC

गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के सीनियर लीडर्स और प्रचारकों ने भविष्य की रैलियों में इसे बड़ा मुद्दा बनाने की योजना तैयार की है और मोदी सरकार के खिलाफ "भाजपा हटाओ, माछ-भात खाओ" का चुनावी अभियान चलाए जाने की योजना बना रही है. इससे पहले ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर रामनवमी के मौके पर लोगों से शांति बनाए रखने को लेकर पोस्ट की थी जिसके बाद बीजेपी ने इसे सनातन धर्म और सनातनियों का अपमान बताते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम से सवाल किया कि क्या उन्होंने कभी किसी और त्योहार के लिए ऐसी कोई अपील की है. आप सनातन धर्म को लेकर खास निशाना बना रही हैं और उसे बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं.