7th Phase Voting: सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव 2024 के 6 चरणों के बाद अब अंतिम यानी 7वें चरण का मतदान होना है. इसके लिए सभी सियासी दलों ने अपने-अपने हिस्से का प्रचार कर लिया है. फिलहाल स्थानीय लीडर डोर-टू-डोर कैंपेन कर रहे हैं. इस चरण की 57 सीटों में से फिलहाल NDA के पास 30, इंडिया गठबंधन के पास 19 और 8 सीटें सिंगल पार्टियों के पास हैं. 2019 के वोट शेयर की बात करें तो मुख्य बड़े गठबंधनों के बीच महज 2 फीसदी का अंतर था.
सातवें चरण के मतदान में 57 सीटों पर वोट पड़ेंगे. इसमें पीएम मोदी की सीट के साथ ही कई VIP सीटें शामिल हैं. इस चरण में सबसे ज्यादा सीट पंजाब और उत्तर प्रदेश की हैं. वहीं सबसे कम एकमात्र सीट चंदीगड़ है. आइये जानें सीटों के डिटेल और 2019 के परिणाम
लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें चरण में 57 सीटों पर मतदान होना है. सबसे ज्यादा नामांकन की बात करें तो पंजाब में 13 संसदीय क्षेत्रों से अधिकतम 598, उत्तर प्रदेश में 13 संसदीय क्षेत्रों से 495 नामांकन फॉर्म भरे गए. सीट वाइज बात करें तो सबसे ज्यादा 73 नामांकन बिहार के जहानाबाद में हुए. वहीं पंजाब के लुधियाना में 70 नामांकन पत्र भरे गए. इस चरण में औसत उम्मीदवारों की संख्या 16 है.
- बिहार की 8 सीट
- चंडीगढ़ की 1 सीट
- हिमाचल प्रदेश की 4 सीट
- झारखंड की 3 सीट
- ओडिशा की 6 सीट
- पंजाब की 13 सीट
- उत्तर प्रदेश की 13 सीट
- पश्चिम बंगाल की 9 सीट
1 जून को होने वाले 57 लोकसभा सीटों के 2019 लोकसभा चुनाव के रिजल्ट पर नजर डालें तो इनमें से NDA को 30 सीटें मिली थी. इसमें से अकेले भाजपा के पास 25 सीटें थीं. इसके अलावा कांग्रेस के नेतृत्व वाले आज के इंडिया गठबंधन की पार्टियों को 19 सीटें मिली थी. इसमें सबसे ज्यादा TMC को 9 और कांग्रेस को 8 सीटें मिली थी. वहीं बिना गठबंधन वाले दलों यानी बीजू जनता दल (बीजेडी) को चार, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को दो और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने दो सीटें जीतीं.
वोट शेयर की बात की जाए तो NDA में शामिल पार्टियों को 39.03% वोट मिले थे. वहीं इंडिया गठबंधन की पार्टियों को 37.52% वोट मिले थे. वहीं 2014 में एनडीए ने इनमें से 39 सीटें जीती थीं. जबकि, इंडिया गठबंधन की पार्टियों ने 11 सीटें जीती थीं. जबकि 10 सीटें अन्य पार्टियों के खाते में गई थीं.