Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज देश के कई राज्यों में एक तरफ वोट डाले गए तो वहीं कई राज्यों में तीसरे चरण के मतदान से पहले तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रचार-प्रसार किया. लोकसभा चुनाव के इस जंग में हर रोग नए-नए शब्दों की एंट्री भी हो रही है. इसी कड़ी में आज चंदा, चूरन, आशिकों का जनाजा और मुसलमान जैसे शब्द देखने को मिला. आइए सिलसिलेवार तरीके से इस पर एक नजर डालते हैं.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से एक चुनावी रैली के दौरान शिवपाल सिंह यादव पर तंज कसते हुए इस बार के चुनाव में उन्हें चूरन देने की बात कही थी. इसके जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी ने प्रसाद का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि सत्यनारायण भगवान के प्रसाद को चूरन कहना भगवान का अपमान है.
सपा अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वसूली को चंदा कहने वाले लोग अब प्रसाद को चूरन कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि इनका सब कुछ उलटा-पुलटा है इसी के चलते जनता इस बार उलटने पलटने जा रही है. दरअसल, सीएम अखिलेश की ओर से वसूली को चंदा कहने का मतलब इलेक्टोरल बॉन्ड की ओर इशारा करना था. इलेक्टोरल बॉन्ड कै मुद्दे पर विपक्ष लगातार बीजेपी को घेर रही है और इसे सबसे बड़ा घोटाला बता रही है.
चुनावी जंग में में बीजेपी ने आज मनमोहन सिंह का एक पुराना वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में सिंह को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि देश के संसाधनों की जब बात आती है तो अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से गरीब मुसलमानों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए. मनमोहन सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह अपने पहले के दावे पर कायम हैं कि जब संसाधनों की बात आती है तो मुसलमानों का पहला अधिकार होना चाहिए.
मनमोहन सिंह के इस बयान पर बीजेपी ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का यह स्पष्ट दावा उनके पिछले बयान पर कांग्रेस की अफवाहों और स्पष्टीकरणों को ध्वस्त कर देता है. सिंह का यह बयान इस बात को साबित करता है कि कांग्रेस की नीति मुसलमानों को तरजीह देना है. यह आरक्षण से लेकर संसाधनों तक हर चीज में मुसलमानों को तरजीह देने की कांग्रेस की मानसिकता का सबूत है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष किया है. अमित शाह ने कहा कि इन्हें राजनीति से परमानेंट विदाई देने का समय आ गया है. शाह ने कहा कि दिग्विजय की विदाई आपको करना है. आशिक का जनाजा है, जरा धूम से निकले. सम्मान जैसी लीड से हराकर उनकी विदाई करना. उन्हें घर पर बिठाने का काम राजगढ़ वाले करें, यही कहने आया हूं.