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'कांग्रेस सबसे बड़ी वॉशिंग मशीन है, केजरीवाल के सारे गुनाह धो दिए', भाजपा सांसद का तंज

BJP MP Washing Machine Taunt On Congress: भाजपा के राज्यसभा सांसद ने कांग्रेस पर तंज कसा है. उन्होंने कांग्रेस को सबसे बड़ी वॉशिंग मशीन बताया और कहा कि इसने केजरीवाल के सारे गुनाह धो दिए.

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Edited By: India Daily Live
Delhi CM Arvind Kejriwal
Courtesy: X/AAP

BJP MP Washing Machine Taunt:  भाजपा सांसद ने कांग्रेस और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. कांग्रेस पर तंज कसते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि ये पार्टी सबसे बड़ी वॉशिंग मशीन है, जिसने अरविंद केजरीवाल के सारे गुनाह को धो दिया. उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भी तंज कसा और कहा कि केजरीवाल तो सभी को जेल भेजना चाहते थे, लेकिन उनका क्या? 

भाजपा के जिस सांसद ने केजरीवाल और कांग्रेस पर निशाना साधा है, वे पहले खुद कांग्रेस में थे. हम आरपीएन सिंह की बात कर रहे हैं. कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए आरपीएन सिंह ने कहा कि विचारधारा ऐसी चीज है जिसे कांग्रेस ने त्याग दिया है... यह अपने नेतृत्व की सनक और मनमानी पर चलती है. 

जनवरी 2022 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में हुए थे शामिल

पूर्वी उत्तर प्रदेश के पडरौना के पूर्व राजघराने के वंशज आरपीएन सिंह ने राज्य विधानसभा चुनाव से एक महीने पहले जनवरी 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था. कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने महत्वपूर्ण मंत्री पद संभाला था. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में लगातार हार के बाद उन्हें झारखंड और छत्तीसगढ़ का एआईसीसी प्रभारी बनाया गया था.

1 जून को होने वाले अंतिम चरण के मतदान से पहले आरपीएन सिंह को भाजपा ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था. इस साल यूपी से भाजपा में शामिल हुए आरपीएन सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस से भाजपा और कांग्रेस की कार्यप्रणाली के बीच अंतर, भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ विपक्ष के आरोपों से लेकर भारत के लिए मोदी के रोडमैप तक के मुद्दों पर बात की.

सवाल- यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन की चुनौती कितनी बड़ी है?

जवाब- ये तो साफ है कि यूपी में कांग्रेस है ही नहीं. जो बची-खुची पार्टी बची थी, वो भी विधानसभा चुनाव में खत्म हो गई, इसलिए वास्तव में कोई गठबंधन नहीं है. जहां तक ​​समाजवादी पार्टी का सवाल है, तो 2019 में जब उसने बसपा के साथ गठबंधन किया था, तब उसे सिर्फ पांच सीटें मिली थीं. ये गठबंधन काफी मजबूत माना जा रहा था. 2014 में भी वो पांच से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाई थी. अब सपा और बसपा अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं, इसलिए हमारा मानना ​​है कि भाजपा यूपी में 80 में से 80 सीटें जीतने जा रही है.

सवाल- भाजपा का अभियान कैसा रहा?

जवाब-  मैंने कई जिलों का दौरा किया है, खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में. भाजपा के लिए लोगों का समर्थन बढ़ रहा है. देश के लिए भाजपा सरकार की ओर से किए गए बेमिसाल कामों की वजह से लोग प्रधानमंत्री को तीसरा कार्यकाल देने के लिए उत्सुक हैं. अगर आप आज उत्तर प्रदेश को देखें, तो यह राज्य अपने विकास के पैमाने के लिए अलग नज़र आता है. भाजपा के पास शासन और विकास का खाका है और उत्तर प्रदेश इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि कैसे प्रभावी शासन वास्तव में लोगों की उम्मीदों, आकांक्षाओं और जीवन की गुणवत्ता को बदल सकता है.

सवाल- आप कई वर्षों तक कांग्रेस में रहे, अब भाजपा में आने पर कार्यशैली में क्या अंतर देखते हैं?

जवाब- मैं पिछले कुछ समय से भाजपा के साथ हूं. मैंने जमीनी स्तर पर, कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ काम किया है... मुख्य बात यह है कि जब हम विचारधारा की बात करते हैं... तो यह ऐसी चीज है जिसे कांग्रेस ने त्याग दिया है. दूसरी ओर, भाजपा (प्रधानमंत्री से लेकर कार्यकर्ता तक) भारत पहले और लोगों के कल्याण में विश्वास करते हैं और उसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं. पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री के विजन और नीतियों ने जो हासिल किया है, वह समकालीन इतिहास में बेमिसाल है.

सवाल- टिकट वितरण और निर्णय लेने के मामले में कांग्रेस की तुलना में भाजपा में आप जैसे नेता की कितनी भागीदारी है?

जवाब- भाजपा में टिकट वितरण की एक समावेशी प्रणाली है. पार्टी सदस्यों के बीच सर्वेक्षण किया जाता है, सब कुछ सामूहिक जिम्मेदारी है... सभी के इनपुट देने के बाद, इसे राज्य नेतृत्व के सामने रखा जाता है, फिर केंद्रीय चुनाव समिति के सामने, जो सभी इनपुट पर विचार करती है और निर्णय लेती है. पार्टी के हर निर्णय में कार्यकर्ताओं और कार्यकर्ताओं की भूमिका कहीं अधिक होती है.

सवाल- पिछले कुछ सालों में भाजपा में शामिल हुए कई नेताओं को भ्रष्टाचार की जांच का सामना करना पड़ा है. विपक्ष का आरोप है कि भाजपा वॉशिंग मशीन है.

जवाब- सबसे बड़ी वॉशिंग मशीन तो कांग्रेस ही है. उसने अरविंद केजरीवाल के सारे गुनाह धो डाले. कांग्रेस किस वॉशिंग मशीन की बात कर रही है? और केजरीवाल के बारे में क्या... वह तो उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस नेतृत्व तक सभी राजनीतिक नेताओं को जेल भेजना चाहते थे...

साथ ही, मैं ऐसे सैकड़ों लोगों के नाम बता सकता हूं जिन्होंने कांग्रेस छोड़ी, जिनके खिलाफ एक भी मामला नहीं था, जैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया , जितिन प्रसाद. ऐसे कई लोग हैं जो दूसरी पार्टियों में शामिल हो गए, या अपनी खुद की पार्टी बना ली... इसलिए यह कहना कि हर कोई अपने खिलाफ मामलों के कारण भाजपा में शामिल हो रहा है, बिल्कुल गलत है. लोग कांग्रेस छोड़ रहे हैं क्योंकि पार्टी के पास कोई विचारधारा नहीं बची है... अराजकता है... सीनियर नेता चले गए हैं. इसलिए, दूसरों पर उंगली उठाने के बजाय, कांग्रेस को अपने अंदर झांकना चाहिए और इस बात पर विचार करना चाहिए कि कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान किस तरह का भ्रष्टाचार हुआ.

सवाल- लेकिन आप उस सरकार का हिस्सा थे...

जवाब- हां, लेकिन यही वो चीजें हैं जिनकी वजह से लोग कांग्रेस से दूर चले गए. कांग्रेस सलाह-मशविरा करने में विश्वास नहीं रखती... ये अपने नेतृत्व की मर्जी और सनक पर चल रही है.

सवाल- केजरीवाल ने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में लौटी तो वो योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम पद से हटा देगी.

जवाब- केजरीवाल को अपनी पार्टी के बारे में बात करनी चाहिए. उनके पास कोई योजना नहीं है... सत्ता में आने पर वे क्या करेंगे, यह बताने के बजाय, वे लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बातें करते हैं. ये स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि भारत के किसी भी दल के पास भारत के लिए कोई रोडमैप नहीं है. वे भाजपा के बारे में बात करते रहते हैं... हमारे पास प्रधानमंत्री हैं जो आत्मनिर्भरता के बारे में स्पष्ट रूप से बात करते हैं कि वे अगले 20 वर्षों में भारत को कहां देखना चाहते हैं... हमारे पास विकसित भारत है...

सभी इंडिया ब्लॉक पार्टियां सिर्फ अपनी राजनीतिक मुद्रा को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रही हैं... अपने पारिवारिक जागीरों को जीवित रखना चाहती हैं... भारत भर में जमीनी स्तर पर हो रहे बदलाव को देखिए... भारत किस तरह की सॉफ्ट ग्लोबल पावर बन रहा है... दुनिया की नजर में भारत बदल गया है, लेकिन इंडिया ब्लॉक के लिए नहीं... यूपी के लोग इसे समझते हैं.

सवाल- यदि उपलब्धियां इतनी महान थीं, तो भाजपा का अभियान नकारात्मक क्यों हो गया?

जवाब- कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक ने कई मुद्दों पर आधा सच बोलकर और चुप रहकर गलत सूचना फैलाने की कोशिश की है. वे विकास के लिए कोई रोडमैप लेकर नहीं आए हैं. अगर आप इंडिया ब्लॉक के किसी नेता के भाषण सुनें या उनसे बात करें... तो वे प्रधानमंत्री को गाली देने से शुरू करते हैं... '400 पार' का नारा भाजपा का नारा नहीं है... यह एक ऐसा नारा है जिस पर अब लोग विश्वास करते हैं, क्योंकि उन्होंने उपलब्धियों और बदलाव को देखा है.

जब '400 पार' का नारा लोगों के बीच फैला, तो इंडिया ब्लॉक घबरा गया. फिर उन्होंने कहना शुरू कर दिया कि भाजपा संविधान बदल देगी, एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण खत्म कर देगी, जो सच्चाई से कोसों दूर है. प्रधानमंत्री ने बार-बार कहा है कि संविधान उनका मार्गदर्शक सिद्धांत बना रहेगा और जब तक वे हैं, तब तक वे आरक्षण में कोई बदलाव नहीं करेंगे. वास्तव में, प्रधानमंत्री के इस सवाल पर कि क्या इंडिया ब्लॉक संविधान या आरक्षण पैटर्न बदलेगा, कांग्रेस और उसके सहयोगियों की ओर से कोई जवाब नहीं आया. तो यह विपक्ष ही है जो झूठ फैला रहा है. लोग चाहते हैं कि प्रधानमंत्री को भारी जनादेश मिले ताकि वे भारत के परिवर्तन को जारी रख सकें.

सवाल- बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि जैसे मुद्दों पर विपक्ष बार-बार बात करता है?

जवाब- अगर आप आंकड़ों पर गौर करें तो कोविड के बाद हर देश में महंगाई चरम पर थी. आज पूरी दुनिया एक बड़े परिवार की तरह जुड़ी हुई है. विकसित देशों सहित पूरी दुनिया में महंगाई चरम पर है. हम इसे नियंत्रण में रखने में कामयाब रहे हैं. आपको बड़ी तस्वीर देखनी होगी. भारत महंगाई को काबू में रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है... हमारी विकास दर दुनिया में सबसे ज्यादा है... तो जाहिर है कि सरकार और प्रधानमंत्री कुछ सही कर रहे हैं... कोविड के बाद भी हमारी विकास दर सबसे ज्यादा है और महंगाई कम है. अगर आप रोजगार दरों को देखें तो हम ज्यादातर देशों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.

सुधार की हमेशा गुंजाइश रहती है. हम हर आर्थिक संकेतक में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और प्रधानमंत्री ने गारंटी दी है कि उनके तीसरे कार्यकाल में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे. इसका क्या नतीजा होगा? नौकरियां बढ़ेंगी, महंगाई कम होगी और युवाओं के लिए ज़्यादा अवसर बढ़ेंगे.