Gandhi Jayanti 2025: आज 2 अक्टूबर को पूरे देश में महात्मा गांधी की 156वीं जयंती बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है. बापू को हर तस्वीर में आपने बहुत ही साधारण धोती और कंधे पर शॉल लिए चलते हुए देखा होगा. उनके जीवन में साधारण जीवन के साथ-साथ कुछ अनोखे अनुभव भी जुड़े रहे. स्वतंत्रता संग्राम में आंदोलन और सत्याग्रह के लिए उन्हें अक्सर सफर करना पड़ता था. हालांकि बापू के पास अपनी गाड़ी नहीं थी लेकिन वो अपने मित्रों और सहयोगियों संग उनकी कारों में यात्रा करते थे.
अब जिन कारों में बापू ने सफर किया था उनके बारे में जानना तो बनता है. वो कोई साधारण कार नहीं थी. उस जामने में वो कार हर किसी के पास नहीं होती थी. चलिए जानते हैं उन कारों की खासियत और लिस्ट के बारे में.
1940 में हुए रामगढ़ अधिवेशन के दौरान गांधी जी ने फोर्ड मॉडल ए कन्वर्टिबल की सवारी की थी. यह कार रांची के राय साहब लक्ष्मी नारायण की थी, जिन्होंने इसे 1927 में विशेष रूप से मंगवाया था. गांधी जी इस कार में अपने साथियों संग यात्रा करते और स्वतंत्रता आंदोलन की रणनीतियों पर चर्चा करते थे.
पैकार्ड 120 कार 1940 में खरीदी गई और गांधी जी ने सबसे ज्यादा सफर इसी कार में किया. इस कार के मालिक घनश्यामदास बिड़ला थे, जो गांधी जी के घनिष्ठ मित्र और समर्थक थे. पैकार्ड 120 की सवारी गांधी जी के कई अधिवेशनों और रैलियों का हिस्सा रही, जिससे यह कार उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई.
गांधी जी ने फोर्ड मॉडल टी में 1927 में रायबरेली सेंट्रल जेल से रिहाई के दौरान सफर किया. इस कार ने कई रैलियों और सार्वजनिक आयोजनों में भी उनकी यात्रा को आसान और सुरक्षित बनाया. आज इसे विंटेज कारों में देखा जा सकता है, जो उनके समय की याद दिलाती है.
गांधी जी ने कर्नाटक दौरे के समय स्टडबेकर प्रेसिडेंट कार का उपयोग किया. यह कार 1926-33 के बीच बनी थी और 90 के दशक तक मशहूर रही. यह कार उनकी यात्रा की महत्त्वपूर्ण घटनाओं की गवाह बनकर इतिहास में दर्ज हो गई.