Maruti Suzuki Surpasses VW: भारतीय कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने दुनिया की टॉप 10 सबसे महंगी कार कंपनियों में अपनी जगह बना ली है. कंपनी ने लगभग 57.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बाजार कैप्टिलाइजेश के साथ लिस्ट में 8वां स्थान हासिल किया है. इसने मारुति सुजुकी को वोक्सवैगन, फोर्ड, जनरल मोटर्स जैसी अन्य व्हीकल मैन्यूफैक्चर्स से ऊपर रखा है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, मारुति सुजुकी के आठवें सबसे वैल्यूएबल ऑटोमेकर्स बनने के पीछे कई कारण थे. इसमें से एक रिवाइज्ड जीएसटी स्ट्रक्चर थी. देश में, मारुति सुजुकी किफायती छोटी कारें बनाने के लिए लोकप्रिय है. रिवाइज्ड जीएसटी स्ट्रक्चर के साथ कंपनी का स्मॉल कार सेगमेंट और भी ज्यादा किफायती हो गया है. इसमें ऑल्टो, एस-प्रेसो, वैगनआर जैसी कारें शामिल हैं.
इसके साथ ही, नए जीएसटी स्ट्रक्चर के साथ, विदेशी इन्वेस्टर्स ने भारतीय ऑटो शेयरों पर फिर से ध्यान दिया है, जहां मारुति सुजुकी सबसे विश्वसनीय ब्रांड के तौर पर काबिज है.
ग्लोबल रैंकिंग की बात करें तो, टेस्ला 1.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के मार्केट कैप्टिलाइजेशन के साथ अग्रणी है. टेस्ला के बाद टोयोटा 314 बिलियन डॉलर और चीन की बीवाईडी 133 बिलियन डॉलर पर है. फरारी 92.7 बिलियन डॉलर के साथ चौथे स्थान पर है. वहीं, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज क्रमशः 61.3 बिलियन डॉलर और 59.8 बिलियन डॉलर के साथ पांचवें और छठे स्थान पर हैं.
मारुति के बाद, फोर्ड 46.3 बिलियन डॉलर के साथ नौवें स्थान पर पहुंच गई है. इसके बाद जीएम 57.1 बिलियन डॉलर और वोक्सवैगन एजी 55.7 बिलियन डॉलर पर है. बता दें कि करीब 57.6 अरब अमेरिकी डॉलर के मार्केट कैप्टिलाइजेशन के साथ, मारुति सुजुकी ने फोर्ड (46.3 अरब अमेरिकी डॉलर), जनरल मोटर्स (57.1 अरब अमेरिकी डॉलर) और वोक्सवैगन (55.7 अरब अमेरिकी डॉलर) जैसे ब्रांडों को पीछे छोड़ दिया है