menu-icon
India Daily

दिव्यांग कोटे से बने IAS, टेनिस खेलने और साइकलिंग करने पर उठे सवाल, अब खुद प्रफुल्ल देसाई ने दिया जवाब

IAS Praful Desai: दिव्यांग कोटे से आईएएस बने प्रफुल्ल देसाई के चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. सवाल उनकी दिव्यांगता पर खड़े किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये आरोप लगाए जा रहे है कि किस तरह से उनका चयन दिव्यांग कोटे से हुआ? वह अच्छे से चल रहे हैं, साइकलिंग कर रहे हैं तो कैसे वह दिव्यांग कोटे से आईएएस बन गए? इन सभी सवालों का जवाब प्रफुल्ल देसाई ने दे दिया है.

India Daily Live
Edited By: India Daily Live
IAS Praful Desa
Courtesy: Social Media

IAS Praful Desai : आईएएस प्रफुल्ल देसाई इन दिनों चर्चा में हैं. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने उन पर सवाल खड़े किए. किसी ने कहा कि दिव्यांग कोटे से प्रफुल्ल आईएएस कैसे बन गए? वह तो अच्छे से चल लेते हैं, साइकलिंग कर लेते हैं टेनिस खेल लेते हैं? अब इन सब सवालों का जवाब खुद IAS प्रफुल्ल देसाई ने दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर 3 फोटो शेयर करते हुए अपनी बात कही. उन्होंने विस्तार से बताया कि किस तरह से उनका UPSC में सिलेक्शन हुआ.

मुकेश मोहन नाम के एक एक्स यूजर ने आईएएस प्रफुल्ल देसाई की दिव्यांगता पर सवाल खड़े करते हुए लिखा था- आप 2019 बैच के 532वी रैंक के साथ IAS बने प्रफुल्ल देसाई हैं. आप जब ट्रेनिंग के लिए लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी गए तो आपने जाते ही 25Km ट्रैकिंग की और 30Km साइकिलिंग की.आप ऑर्थोपेडिकली हैंडिकैप्ड है. आपने ट्रेनिंग के दौरान ऐसा क्या खा लिया कि आप एकदम पहाड़ चढ़ने लगे?

सोशल मीडिया पर उठे सवाल तो प्रफुल्ल ने खुद ही दे दिया जवाब

इस तरह अन्य कई यूजर्स ने भी सवाल खड़े किए. सभी का जवाब देते हुए IAS प्रफुल्ल देसाई ने लिखा- "जो मेरे बारे में सवाल खड़े कर रहे हैं और मेरी दिव्यांगता पर सवाल खड़े करके गलत सूचना फैला रहे हैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं यूपीएससी की परीक्षा दिव्यांग सर्टिफिकेट के साथ आवेदन किया था. सर्टिफिकेट संबंधित संस्था ने जारी किया था. 2018 में कड़ी मेहनत के बाद मैंने यूपीएससी का इंटरव्यू दिया था. इसके बाद मैं AIMS में मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए उपस्थित हुआ था. एम्स ने मुझे दिव्यांगता का सर्टिफिकेट दिया था. लेकिन 2018 में मैं UPSC क्लियर नहीं कर पाया था."      

'दिव्यांगों के प्रति सहानुभूति रखना जरूरी'

प्रफुल्ल देसाई ने आगे लिखा- 2019 में मैं फिर से इंटरव्यू देने गया. इस बार भी वही प्रसोजिर रहा. अगले दिन मैं एम्स गया. एम्स ने वही रिपोर्ट फिर से शेयर की. जो लोग गलत सूचना देकर फायदा उठा रहे हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. लेकिन जो लोग सच में दिव्यांग है हमें उनके प्रति सहानुभूति भी रखनी चाहिए.

अपनी साइकलिंग की तस्वीरों पर जवाब देते हुए प्रफुल्ल देसाई ने आगे लिखा- मेरे कुछ तस्वीरों में मैं साइकलिंग, ट्रैकिंग और अन्य फिजिकल एक्टिविटीज करता दिख रहा हूं. यह सब हमारे ट्रेनिंग प्रोग्राम का हिस्सा है. 

नॉर्मल लाइफ जीना गलत है क्या?

आईएस प्रफुल्ल देसाई ने कहा कि क्या दिव्यांग होना और फिजिकल लिमिट को पुश करके नॉर्मल लाइफ जीना गलत है? उन्होंने कहा कि उनकी सभी से विनती है कि ऐसे चीजें न शेयर करें क्योंकि जो सही में दिव्यांग है उनके परिवार वालों के इससे कष्ट होता है. उन्होंने कहा कि वह किसी भी प्रकार की मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए तैयार हैं.    

सम्बंधित खबर