23 जुलाई को भारत की वित्त मंत्री देश का बजट पेश करती है. इस बजट में घोषणा की जाती है कि सोने पर लगने वाला कस्टम टैक्स किया जा रहा है. इस ऐलान से सोने के दामों में 5 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई. इस गिरावट ने एक दिने में गोल्ड में निवेश करने वालों का 10.7 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया. गोल्ड मार्केट की तुलना शेयर बाजार से करें तो यह अब तक भारतीय शेयर बाजार की अब तक की छठवीं सबसे बड़ी गिरावट रही है. सोना खरीदकर घर में रखने वालों को घाटे का सामना करना पड़ा रहा है. शेयर बाजार में निवेश करने वालों से ज्यादा भारतीयों ने गोल्ड खरीद रखा है.
सोने के दामों में आई गिरावट से इसे खरीदकर अपने पास या फिर सोने में निवेश करने वालों को तगड़ा झटका लगा है. सोने में घटाई गई कस्टम ड्यूटी से व्यापारियों को भी नुकसान का सामना करना पड़ा है.
23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए ऐलान किया कि सोने और चांदी पर लगने वाली 10 फीसदी कस्टम ड्यूटी घटकर 6 प्रतिशत की जा रही है. इसके साथ सोने पर लगने वाला एग्रीकल्चर सेस को 5 फीसदी से कम करके 1 फीसदी किया जा रहा है. इस ऐलान के बाद सोने पर लगने वाला कुल टैक्स 18.5 फीसदी से घटकर 9 फीसदी तक हो गया.
इसी के चलते सोने के दामों में गिरावट देखी गई है. सोने के दामों में गिरावट के चलते इसे खरीदने वालों को फायदा हो रहा है. जबकि महंगे दामों में सोने को खरीदकर अपने पास रखने वालों को नुकसान उठाना पड़ा रहा है.
गोल्ड रेट घटने से सर्राफा व्यापारी भी नाखुश है. उनके पास जो रिजर्व गोल्ड है जिसे उन्होंने महंगे दामों पर खरीदा था अब उसे उन्हें सस्ते दामों पर बेचना पड़ रहा है.
सोने के दामों में बढ़ोतरी कब होगी इसे लेकर अभी फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है लेकिन फेस्टिव सीजन आने और वैश्विक राजनीति में तनाव बढ़ने पर गोल्ड की कीमतों में उछाल आ सकता है.
डिस्क्लेमर: इस खबर को जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है. हम इसके जरिए किसी को भी गोल्डा या फिर शेयर मार्केट में निवेश करने की सलाह नहीं दे रहे हैं.