Labor Day 2025:1 मई को दुनिया भर में मजदूर दिवस मनाया जाएगा. इस अवसर पर देश के कई राज्यों में स्कूल बंद रहेंगे. इसके साथ ही, महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में महाराष्ट्र में भी गुरुवार को स्कूलों में अवकाश रहेगा. महाराष्ट्र के अलावा, असम, बिहार, गोवा, कर्नाटक, केरल, मणिपुर, पांडिचेरी, तेलंगाना, तमिलनाडु, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य भी इस दिन स्कूल बंद रखेंगे.
यह दिन श्रमिकों के योगदान और महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान को समर्पित है. इन राज्यों में मजदूर दिवस को सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाएगा, जिसके तहत स्कूल, कॉलेज और कई सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे.
मजदूर दिवस का ऐतिहासिक महत्व
मजदूर दिवस हर साल 1 मई को विश्व भर में मनाया जाता है, जो श्रमिक आंदोलनों और उनकी उपलब्धियों का उत्सव है. इसकी उत्पत्ति 19वीं सदी के मजदूर संघ आंदोलन से हुई, विशेष रूप से आठ घंटे के कार्य दिवस आंदोलन से, जिसमें "आठ घंटे काम, आठ घंटे मनोरंजन और आठ घंटे आराम" की मांग की गई थी. यह दिन श्रमिकों के अधिकारों और उनके समाज में योगदान को सम्मान देने का प्रतीक है. भारत सहित कई देशों में इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित होता है, जो मजदूरों के संघर्ष और बलिदान को याद करता है.
महाराष्ट्र दिवस: सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक
1 मई को महाराष्ट्र दिवस भी मनाया जाता है, जो 1960 में भाषाई आधार पर बॉम्बे राज्य के विभाजन के बाद महाराष्ट्र के गठन की याददिलाता है. इस दिन मराठी भाषी लोगों को मुंबई को राजधानी बनाकर एक अलग राज्य प्रदान किया गया. यह दिन महाराष्ट्र के लोगों के लिए सांस्कृतिक गौरव, एकता और मराठी भाषा व विरासत के संरक्षण का प्रतीक है.