Impact of 2000 Note:: 2016 में नोटबंदी के बाद RBI ने 2 हजार के नोट जारी किए थे. हालांकि, मई 2023 में भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 के नोट को बाजार से बाहर कर दिया. जिनके पास नोट थी उन्हें बैंक में जमा कराने के निर्देश दिए थे. आरबीआई के पास अभी तक 2 हजार के पूरे नोट नहीं आए. 31 जनवरी 2024 तक 97.5 फीसदी नोट ही आरबीआई के पास आ सकी हैं. यानी अभी 2.5 फीसदी नोट लोग दबाकर बैठे हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक ने बताया कि बाजार से 2 हजार रुपये के नोट हटाने से नकद कैश को कम करने में मदद मिली है. बड़ी नोट हटाने से बैंक डिपॉजिट में इस साल के पहले महीने में भारी उछाल देखने को मिला है.
आरबीआई ने 19 मई 2023 को 2 हजार रुपये के नोट को बाजार को बंद करने का ऐलान किया था. उस समय तक बाजार में 2 हजार नोट के 3.56 लाख करोड़ रुपये बाजार में घूम रहे थे. पहले आरबीआई ने 30 सितंबर तक इन्हें बैंक में जमा करने की अंतिम तिथि घोषित की थी. इसके बाद अंतिम डेट बढ़ाकर 7 अक्टूबर कर दी गई थी.
भारतीय रिजर्व बैंक ने बताया की 2 हजार के नोटों के सर्कुलेशन में बहुत कमी है. 9 फरवरी 2024 तक इन नोटों के सर्कुलेशन में 3.7 फीसदी कमी आ गई है. एक साल पहले मार्केट में 2 हजार के नोट का रोटेशन 8.2 फीसदी था.
2 हजार के नोटों को बंद करने से करेंसी-इन-सर्कुलेशन में आई कमी के चलते बैंकों का डिपॉजिट बढ़ा है. करेंसी-इन-सर्कुलेशन का मतलब होता है कि बाजार में कितने नोट और सिक्के घूम रहे है. बाजार के साथ-साथ इसमें बैंक भी शामिल होते हैं. क्योंकि बैंको में कैश रखा होता है. देश के अंदर कितना कैश चलन में इसका पता करेंसी इन सर्कुलेश के जरिए पता किया जाता है.
RBI के अनुसार बाजार में इस समय 2 हजार नोट के 8897 करोड़ रुपये मार्केट में सर्कुलेट हो रहे हैं. यानी इतना रुपये अभी तक आरबीआई के पास नहीं आया है.