Economy Meal Yojana: भारतीय रेलवे की ओर से शुरू की गई 'इकोनॉमी मील' योजना का मुख्य उद्देश्य कम आय वाले यात्रियों को सस्ती दरों पर स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है. यह योजना उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो लंबी दूरी की यात्रा करते हैं और अक्सर ट्रेन में भोजन की ऊंची कीमतों से परेशान रहते हैं. यह योजना भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के साथ मिलकर शुरू की गई है.
20 रुपये में मिलने वाले 'इकोनॉमी मील' भोजन में स्वादिष्ट और पौष्टिक पूड़ी, सब्जी और अचार शामिल हैं. यात्री 50 रुपये में राजमा, राजमा-चावल, खिचड़ी/पोंगल, कुल्छे-छोले, छोले-भटूरे, पावभाजी या मसाला डोसा जैसे व्यंजनों का विकल्प भी चुन सकते हैं.
पिछले साल, इस सेवा का सफलतापूर्वक परीक्षण 51 स्टेशनों पर किया गया था. यात्रियों की उत्साहजनक प्रतिक्रिया के बाद, रेलवे ने इस कार्यक्रम का विस्तार 100 से अधिक स्टेशनों और 150 स्टॉल्स तक कर दिया है. निकट भविष्य में और अधिक स्टेशनों को शामिल करते हुए इस पहल को और आगे बढ़ाने की योजना है. यह पहल रेल यात्रा को अधिक किफायती और सुविधाजनक बनाने में मदद करेगी, खासकर उन यात्रियों के लिए जो कम बजट में यात्रा करते हैं.
20 रुपये में: पूड़ी, सब्जी और अचार (7 पूड़ी, 150 ग्राम सब्जी और अचार)
50 रुपये में: राजमा, राजमा-चावल, खिचड़ी/पोंगल, कुल्छे-छोले, छोले-भटूरे, पावभाजी या मसाला डोसा
पानी: 200 मिलीमीटर पैकेज्ड सीलबंद पानी का गिलास - 3 रुपये
'इकोनॉमी मील' योजना रेल यात्रा को अधिक किफायती और सुविधाजनक बनाने की एक सराहनीय पहल है. यह योजना निश्चित रूप से कम आय वाले यात्रियों के लिए एक वरदान साबित होगी. यात्री IRCTC की वेबसाइट या रेलवे स्टेशनों पर लगे स्टॉल्स पर 'इकोनॉमी मील' भोजन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
'इकोनॉमी मील' भोजन स्वच्छ और स्वादिष्ट होने के लिए कड़े गुणवत्ता नियंत्रण मानकों का पालन करता है. रेलवे यात्रियों से अनुरोध करता है कि वे 'इकोनॉमी मील' भोजन का आनंद लेने के बाद कूड़ा-करकट उचित स्थान पर फेंकें.