Population Crisis: एक तरफ जहां दुनिया की बढ़ती आबादी चिंता का सबब बनी हुई है, वहीं दूसरी तरफ दुनिया के सबसे बड़े बिजनेसमैन ने और बच्चे पैदा करने की बात कही है.
हम बात कर रहे हैं टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की. सोमवार को एलन मस्क ने टेक्सास गीगाफैक्ट्री में हंगरी की राष्ट्रपति कैटलिन नोवाक से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच पश्चिमी दुनिया में जनसंख्या कम होने के संकट पर बातचीत हुई.
इस मुलाकात के दौरान एलन मस्क ने कहा कि बच्चे पैदा न करना हमारे समय की सबसे बड़ी चिंता है. बच्चे पैदा करके ही दुनिया को बचाया जा सकता है.
बैठक के दौरान हंगरी की प्रेसिडेंट नोवाक ने मस्क से कहा कि क्लाइमेट चेंज के खतरों की तुलना में डेमोग्राफिक क्राइसिस पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि निसंतानता (चाइल्डलेसनेस) हमारे समय की सबसे बड़ी चिंता है.
— Elon Musk (@elonmusk) September 26, 2023
मुलाकात के बाद नोवाक ने कहा कि मस्क ने इस बारे में बात की की युवाओं को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हम साथ मिलकर क्या कर सकते हैं.
पिछले एक दशक में 10 मिलियन से अधिक की आबादी 8 देशों की जनसंख्या में गिरावट देखने को मिली है. इन आठ देशों में से ज्यादातर यूरोपीय देश हैं.
इन देशों में यूक्रेन (रूस से युद्ध के बाद जिसकी आबादी में गिरावट देखने को मिली है), इटली, पुर्तगाल, पोलैंड, रोमानिया और ग्रीस जैसे देश शामिल हैं.
यूरोपीय देशों के अलावा चीन और जापान की आबादी में भी गिरावट देखने को मिली है. दशकों तक युद्ध के आगोश में रहे मध्य पूर्वी देश सीरिया में भी आबादी में तेज गिरावट देखने को मिली है.
कहा जा रहा है कि रूस, जर्मनी, दक्षिण कोरिया और स्पेन की आबादी में साल 2030 तक बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है.
इसके विपरीत अफ्रीकी देशों में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है. एक स्टडी के मुताबिक 2100 सदी के अंत तक दुनिया की 38 प्रतिशत आबादी अफ्रीकी देशों में निवास करेगी. वर्तमान में अफ्रीकी महाद्वीप में दुनिया की 18 प्रतिशत आबादी रहती है.
बता दें कि पश्चिमी देशों में घटती आबादी को लेकर एलन मस्क मुखरता से अपनी बात रखते रहे हैं. बीते दिनों उन्होंने कहा था कि आबादी का घटना क्लाइमेट चेंज से भी बड़ा खतरा है.
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