एक प्लॉट, एक दो मंजिला घर, एक मोटरसाइकिल, 20,000 रुपए का स्मार्टफोन और 6 महीने के भीतर ढाई लाख...इंद्रा बाई नाम की एक महिला ने अपने बच्चों से भीख मंगवाकर यह संपत्ति बनाई है. ये बात कोई हवाई फायर नहीं है बल्कि सोलह आने सच है. महिला की गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों ने यह खुलासा किया है. एक के बाद एक बार-बार अपराधों को अंजाम देने वाली इंद्रा पर अपने बच्चों से भीख मंगवाने और उन्हें अपराध करने को मजबूर करने का मामला दर्ज किया गया और सोमवार को उसे रिमांड के लिए जेल भेज दिया गया.
'भीख मांगना चोरी करने से तो बेहतर है'
उसकी बेटियों में से एक को देखभाल के लिए एक एनजीओ में रखा गया है. जब उसे और उसकी सात साल की बेटी को सड़क से हटाया जा रहा था तो इंद्रा एनजीओ संस्था प्रवेश के स्वयंसेवकों से बहस करने लगी. उसने कहा, 'भूखे मरने के बजाय हमने भीख मांगना चुना है. यह चोरी करने से तो बेहतर है.'
इंदौर में 7000 भिखारी, हर साल कमाते हैं 20 करोड़
एनजीओ की सदस्य रूपाली जैन ने बताया कि इंदौर नगर निगम के साथ मिलकर भिखारियों के पुनर्वास के लिए काम करने वाला यह एनजीओ इंदौर के 38 प्रमुख चौराहों से लगभग 7000 भिखारियों का डाटा जुटा रहा है, जिसमें से 50% बच्चे हैं. उन्होंने कहा कि मोटा-मोटा आंकड़ा ये है कि ये भिखारी साल भर में 20 करोड़ से ज्यादा की कमाई करते हैं.
मंदिर जाने वाली सड़क पर बच्चों की तैनाती
एक 7 साल की बच्ची के अलावा इंद्रा के चार और भी बच्चे हैं जिनकी उम्र 10, 8, 3 और 2 वर्ष है. इंद्रा को अच्छी तरह मालूम है कि लोक किस नुक्कड़, किस सड़क पर ज्यादा पैसे देंगे. इसलिए वह पूरी प्लानिंग के साथ बड़े बच्चों को इंदौर के व्यस्त चौराहे लव कुश पर तैनात करती थी. उज्जैन के महाकाल मंदिर जाने वाले सभी लोग यहीं से गुजरते हैं. इंद्रा को पता है कि मंदिर दर्शन के लिए जाने वाले लोग बच्चों की मासूमियत देखकर उन्हें आसानी से भीख दे सकते हैं और वे किसी भी कीमत पर उन्हें मना नहीं करेंगे.
महाकाल लोक के बनने के बाद कमाई में आया जबरदस्त उछाल
पूछताछ में इंद्रा ने बताया कि महाकाल लोक के निर्माण के बाद उनकी आमदनी में जबरदस्त उछाल आया है. अधिकारियों ने बताया कि महाकाल लोक के बनने से पहले उज्जैन में हर दिन लगभग 2500 श्रद्धालु आते थे लेकिन अब हर दिन लगभग 1.75 लाख की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंच रहे हैं. भीख मांगकर मोटी कमाई कर रही इंद्रा को 9 फरवरी को अपनी बेटी के साथ भीख मांगते हुए दबोच लिया गया. हालांकि उसका पति और दो बच्चे भागने में कामयाब रहे.
गिरफ्तारी के वक्त पुलिस ने इंद्रा से 19,600 रुपए और उसकी बेटी से 600 रुपए बरामद किये. इंद्रा ने पुलिस को बताया कि गिरफ्तारी से पहले उसने 45 दिन के अंदर 2.5 लाख रुपए की कमाई की है. उसने यह भी बताया कि उसके पास एक दो मंजिला घर, राजस्थान के कोटा में खेत, एक कीमती स्मार्टफोन और उसके पति के पास एक मोटरसाइकिल है और यह संपत्ति उसने भीख की कमाई से ही बनाई है.
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