Future of AI: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंप्यूटर साइंस की ही एक ब्रांच कही जा सकती है. यह ऐसे सिस्टम और मशीनों पर फोकस करती है जो ऐसे काम भी आसानी से करने में सक्षम होती है जिसमें ह्यूमन माइंड की जरूरत पड़े. इस तरह के कामों में प्रॉब्लम-सॉल्विंग, लर्निंग, रीजनिंग आदि शामिल होती है. आसान भाषा में समझा जाए तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटर और मशीनों को स्मार्ट बनाती है जिससे उनमें सोचने, समझने और सीखने की क्षमता आ सके.
AI तीन तरह से कैटेगराइज किया गया है जिसमें नैरो एआई, जनरल एआई और आर्टिफिशियल सुपर इंटेलिजेंट शामिल हैं. सुनने में काफी भारी-भरकम शब्द लग रहे हैं न. तो चलिए आसान भाषा में समझते हैं कि ये क्या हैं और फिर जानेंगे कि एआई का फ्यूचर क्या है.
Narrow AI: इस प्रकार के AI को कुछ स्पेशल कामों के लिए डिजाइन किया गया है. यह भी कहा जा सकता है कि इस तरह के AI को हम हर रोज इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें सिरी या एलेक्सा जैसे वॉयस असिस्टेंट आपको रिमाइंडर सेट करने या सवालों के जवाब देने जैसे काम करते हैं, नेटफ्लिक्स या यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर पहले देखी गई मूवीज के आधार पर आपको रिकमडेशन मिलती है और इमेज रिक्गनीशन सॉफ्टवेयर फोटो में लोगों या सामान की पहचान सकता है.
General AI: इस तरह का AI एक सुपर-स्मार्ट वर्जन की तरह है जिसका मकसद ह्यूमन माइंड की तरह काम करता है. यह कई काम कर सकता है जिसके साथ यह समझने, सीखने और टास्क संभालने में सक्षम होगा. उदाहरण के लिए, यह खाना पकाने, मैथ्स प्रॉब्लम को हल करने या बाचतीत करने में भी मदद कर सकता है.
Artificial Superintelligence (ASI): इस प्रकार का AI इंसानों से कहीं ज्यादा स्मार्ट होता है. यह प्रॉब्लम सॉल्व करने, फैसला लेने, चीजों को समझने में बाकी सभी से कहीं ज्यादा बेहतर है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे दैनिक जीवन में काफी मदद करता है. AI स्मार्ट होम डिवाइस से लेकर डिजिटल अस्स्टेंट तक, यह हमारे हर दिन काम आ सकता है. आने वाले समय में ये और ज्यादा बेहतर हो सकती हैं. आगे चलकर अस्सिटेंट्स को और बेहतर किया जाएगा.
मशीन लर्निंग एल्गोरिदम में सुधार जारी रहेगा, जो मुश्किल टास्क को पूरा करने में मदद करेंगे. यह हेल्थ सर्विस, फाइनेंशियल और ट्रांसपोर्ट समेत कई सेक्टर में बेहतर इनोवेशन लाएगा जिससे लोगों को इनसे ज्यादा फायदा हो.
डिलीवरी ड्रोन्स की बात तो अभी भी चल रही है. आगे चलकर ड्राइवलेस कार और डिलीवरी ड्रोन एक बेहतर इनोवेशन साबित हो सकती है जिससे ट्रांसपोर्टेशन और सुरक्षित और आसान हो जाएगा.
AI का इस्तेमाल आने वाले समय में हेल्थ केयर को बेहतर करने के लिए भी किया जा सकता है. इससे बीमारी को समझने और ट्रीट करने में मदद मिलेगी.
एआई व्यक्तिगत लर्निंग एक्सपीरियंस को कस्टमाइज कर सकता है जिससे स्टूडेंट्स को अपने हिसाब से सीखने में मदद मिल सके.