मध्य प्रदेश के खरगोन से लेकर राजधानी भोपाल तक आवारा कुत्तों के हमलों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है. इस बीच खरगोन में आवारा कुत्ते के आतंक का पहला मामला सामने आया है. जहां मासूम बच्ची पर आवारा कुत्तों का झुंड टूट पड़ा. गनीमत रही कि आस-पास के दुकानदारों ने दौड़कर बच्ची को बचा लिया. बता दें कि, पिछले कुछ दिनों में इन खतरनाक कुत्तों ने मासूम बच्चों से लेकर बड़ों तक को निशाना बनाया है. इन घटनाओं ने प्रशासन की लापरवाही और आवारा कुत्तों पर नियंत्रण की कमी को उजागर किया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खरगोन के करही नगर में शुक्रवार (22 अगस्त) को एक दिल दहलाने वाली घटना घटी. यहां रेस्ट हाउस रोड पर किराना दुकान से सामान लेकर लौट रही 10 साल की बच्ची पर 5-6 आवारा कुत्तों का झुंड टूट पड़ा. एक कुत्ते ने पहले बच्ची के पैर में काटा, फिर बाकी कुत्तों ने भी हमला कर दिया. आस-पास के दुकानदारों की तत्परता से बच्ची को बचा लिया गया, लेकिन यह घटना लोगों के लिए खतरे की घंटी है.
मध्यप्रदेश के खरगोन में स्ट्रीट डॉग्स का आतंक, 10 साल की लड़की पर बोला हमला pic.twitter.com/tvjJzm7zZN
— Priya singh (@priyarajputlive) August 23, 2025Also Read
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हमले
बता दें कि, ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी खरगोन के बीटीआई रोड पर भी एक बच्ची पर कुत्तों ने अचानक हमला किया था. उस समय बाइक सवार दो युवकों ने बच्ची को बचाया था. जिले में बच्चों पर कुत्तों के हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में स्थानीय लोग कई बार प्रशासन से इन कुत्तों को पकड़ने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
भोपाल: आधे घंटे में सात लोगों पर हमला
राजधानी भोपाल के गिन्नौरी इलाके में शुक्रवार रात एक कुत्ते ने महज आधे घंटे में सात लोगों को काट लिया. यह खौफनाक घटना रात 8:00 से 8:30 बजे के बीच हुई. पीड़ितों में 46 वर्षीय अयाज सिद्दीकी, सोहेल नसीम (46), 14 वर्षीय सारा खान, और बरखेड़ी जहांगीराबाद निवासी 33 वर्षीय सलमान खान शामिल हैं. सारा की मदद के लिए आए दो युवकों को भी कुत्ते ने नहीं बख्शा.गिन्नौरी निवासी तनजीम को मजार के पास कुत्ते ने काटा. सभी पीड़ितों ने अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन लगवाया.
रैबीज से मौत ने बढ़ाई चिंता
हाल ही में भोपाल में रैबीज से एक बच्चे की मौत ने लोगों को झकझोर दिया था. अब लगातार हो रहे हमलों ने डर का माहौल और गहरा कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए निर्देश दिए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति जस की तस बनी हुई है.