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OTP scam: गलती से भी किसी को न दें OTP, ये गलती पड़ जाएगी भारी, खाली हो जाएगा अकाउंट

OTP Scam: भारत में कई तरह के स्कैम चल रहे हैं जिसमें से एक ओटीपी स्कैम भी है. इस तरह के स्कैम में स्कैमर्स लोगों से उनका ओटीपी मांगते हैं. ये लोगों को इस तरह से राजी करते हैं कि वो अपना ओटीपी स्कैम दे दें. चलिए जानते हैं कि ओटीपी स्कैम क्या होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है.

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OTP Scam
Courtesy: Freepik

OTP Scam: भारत में इंटरनेट और स्मार्टफोन का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. यह जितना फायदेमंद है उतना ही खतरनाक भी है. खतरनाक इसलिए क्योंकि इंटरनेट के चलते ही वित्तीय धोखाधड़ी ज्यादा बढ़ी है और खासकर ओटीपी स्कैम की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. इस तरह के स्कैम में लोगों के बैंक अकाउंट को खाली करने की तैयारी की जाती है. ऐसे में लोगों को ये पता होना चाहिए को ओटीपी स्कैम क्या है, यह कैसे होता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं. 

सबसे पहले जानते हैं कि ओटीपी स्कैम क्या है. इस तरह के स्कैम में स्कैमर्स लोगों को वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) शेयर करने के लिए बरगलाते हैं. इससे स्कैमर्स को बैंक अकाउंट, डिजिटल वॉलेट या संवेदनशील जानकारी का अनऑथराइज्ड एक्सेस मिल जाता है. आमतौर पर, स्कैमर्स बैंक, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म या सरकारी एजेंसियों के प्रतिनिधि बनकर कॉल करते हैं. लोगों का विश्वास जीतकर उनसे ओटीपी लेते हैं और फिर अकाउंट खाली कर देते हैं. 

OTP स्कैम से कैसे बचें:

इस बढ़ते खतरे से निपटने के लिए, भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी किए हैं. आइए जानते हैं इस स्कैम से कैसे बचना चाहिए. 

  • व्यक्तिगत या वित्तीय डिटेल्स कभी भी और किसी के साथ भी शेयर न करें. फोन या ऑनलाइन इस जानकारी को शेयर करना खतरनाक साबित हो सकता है. 

  • हमेशा बैंकों या कंपनियों से सीधे उनकी आधिकारिक वेबसाइट के जरिए कॉन्टैक्ट करके कॉल या मैसेजेज को वेरिफाई करें. 

  • अगर कोई ऑफर बहुत ज्यादा अच्छा लगे जिस पर यकीन करना मुश्किल हो जाए तो उसे तुरंत इग्नोर करें. इस तरह के ऑफर को रिडीम करने के लिए भी स्कैमर्स ओटीपी मांगते हैं. 

  • कितने तरह के स्कैम चल रहे हैं उनके बारे में हमेशा खुद को जागरुक रखें और नियमित तौर परखुद को अपडेट करते रहें. 

  • इन दिशा-निर्देशों का पालन करके आप OTP स्कैम का शिकार होने के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं. हमेशा अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें और संवेदनशील जानकारी को किसी के साथ शेयर न करें.