Apple Watch Crash Detection: मैसाचुसेट्स के ईस्टहैम्पटन में रहने वाले 55 वर्षीय ब्रेंट हिल को एप्पल वॉच ने एक नई जिंदगी दी है. नहीं, नहीं, ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि यह ब्रेंट हिल ने खुद बताया है. उन्होंने अपनी जान बचाने का पूरा श्रेय एप्पल वॉच को दिया. बता दें कि एक भयंकर कार दुर्घटना में जब हिल स्विमिंग पूल में उलटे हुए फंसे हुए थे, तब उनकी वॉच ने उनका साथ दिया.
6 दिसंबर को ब्रेंट हिल घर लौट रहे थे, तभी अचानक उनकी तबियत खराब होने लगी. कुछ ही देर बाद वह पूरी तरह से बेहोश हो गए. जब उन्हें होश आया तो वह अपने आस-पास की स्थिति को समझ नहीं पा रहे थे. उनकी कार स्विमिंग पूल में गिर चुकी थी. पास में ही एक कैमरा लगा था जिससे यह पता चा कि उनकी कार कंट्रोल से बाहर हो गई थी और शायद उनका पैर एक्सेलेरेटर पर दबा रह गया था क्योंकि वह बेहोश हो गए थे.
जब वह होश में आए, तो उन्हें कुछ आवाजें सुनाई दीं, जिसे पहले उन्होंने आफ्टरलाइफ की आवाज समझा. लेकिन यह उनकी एप्पल वॉच थी, जिसने दुर्घटना का पता लगा लिया था और इमरजेंसी सर्विसेज को कॉल कर दिया था. वॉच की आवाज से उन्हें पता चला कि मदद आ रही है.
ब्रेंट हिल ने कहा, “अगर इमरजेंसी सर्विसेज मुझे उस वॉच के जरिए नहीं बचातीं और मुझे आगे क्या करना है यह नहीं बताती, तो मैं वहां से बाहर नहीं निकल पाता. मैं जानता था कि कुछ हो रहा था, लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहा था. वॉच की आवाज ने मुझे शांत रखा. इसके बिना, शायद मैं डूबकर मर जाता.”
एप्पल वॉच की क्रैश डिटेक्शन फीचर की वजह से, इमरजेंसी सर्विसेज जल्दी पहुंचीं और ब्रेंट को बचाया. दुर्घटना में उन्हें मामूली चोटें आईं, लेकिन वह मानते हैं कि अगर वॉच ने मदद नहीं की होती, तो स्थिति और भी खराब हो सकती थी.
उनकी पड़ोसी एलिजाबेथ लाप्रेड-एपलक्विस्ट, जिनके गैरेज और स्विमिंग पूल को इस दुर्घटना का नुकसान हुआ था, यह जानकर हैरान रह गईं कि एप्पल वॉच ने इतनी बड़ी मदद की. उन्होंने कहा, “मेरे पति ने 911 पर कॉल किया, लेकिन वे पहले ही उनसे उसकी वॉच के जरिए बात कर रहे थे. यह देखना काफी दिलचस्प रहा कि यह सब कैसे काम किया.”
ब्रेंट हिल अब चाहते हैं कि उनका एक्सपीरियंस ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे और ज्यादा लोग इस वॉच की जरूरत को समझें और खुद को जागरुक करें. उन्होंने आगे कहा, “यह फीचर मेरे जीवन को बचाने में काम आया. यह याद दिलाने वाली बात है कि ये डिवाइसेस सिर्फ गैजेट्स नहीं होते; वे लाइफ सेवर हो सकती हैं.”