Uttarkashi Flood: उत्तरकाशी के हालात काफी गंभीर हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार बचाव दल और एनडीआरएफ समेत कई टीमों से बात कर रही हैं, जिससे लोगों तक जल्द से जल्द सभी जरूरी सामान पहुंचाया जा सके और मलबे में दबे लोगों को बचाया जा सके. सीएम धामी ने BRO अधिकारियों, केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, ITBP और NDRF अधिकारियों के साथ बैठक की.
सीएम धामी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और सभी टीमों के साथ कनेक्टेड हैं. बता दें कि सीएम धामी अस्पताल में भर्ती घायलों से मिलने के लिए भी पहुंचे. वहां, उन्होंने सभी घायलों से बात की. बता दें कि अब तक 70 नागरिकों को बचाया गया है. नागरिक प्रशासन के अनुसार, अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि की जा रही है और 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं.
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना | अब तक 70 नागरिकों को बचाया गया. 3 नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई, 50 से ज़्यादा लापता (नागरिक प्रशासन के अनुसार). सेना: 1 जेसीओ और 8 जवान लापता. 9 सैन्यकर्मियों और 3 नागरिकों को हेलीकॉप्टर से देहरादून पहुँचाया गया. 3 गंभीर रूप से घायल नागरिकों को…
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2025
बता दें कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत सामग्री लेकर उत्तरकाशी के मातली हेलीपैड से हेलीकॉप्टर के जरिए आपदा प्रभावित इलाकों के लिए रवाना हो रही हैं. वहीं, NDRF कमांडर गंभीर सिंह चौहान ने कहा, "NDRF के लगभग 50 जवान धराली पहुंच चुके हैं... अधिकारी, सैटेलाइट फोन और काफी सारे उपकरण वहां पहुंच चुके हैं. अब हम बातचीत कर पा रहे हैं. आज मौसम साफ है. हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहे हैं और हम वहां फंसे लोगों को बचा पा रहे हैं."
#WATCH उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना | NDRFकमांडर गंभीर सिंह चौहान ने कहा, "NDRF के लगभग 50 जवान धराली पहुँच चुके हैं... अधिकारी, सैटेलाइट फोन और काफी सारे उपकरण वहां पहुंच चुके हैं. अब हम बातचीत कर पा रहे हैं. आज मौसम साफ़ है. हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहे हैं और हम वहाँ फँसे लोगों… pic.twitter.com/wDxPQ0wZVG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2025
महाराष्ट्र के जलगांव की रहने वाली अनामिका मेहरा ने बताया कि जब यह हादसा हुआ तब वो धराली के पास थे. उन्होंने बताया कि वो दर्शन के लिए गंगोत्री जा रहे थे. सभी टीमें हमें बचाने के लिए वहां पहुंच गईं. अनामिका ने भारतीय सेना और उत्तराखंड पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी तरफ से बहुत मदद मिली.
#WATCH महाराष्ट्र के जलगांव की अनामिका मेहरा ने कहा, "... जब यह हादसा हुआ, हम धराली के पास थे. हम दर्शन के लिए गंगोत्री जा रहे थे... अगले दिन पूरा देश हमारा समर्थन करने आ गया. हमें सभी ने यहां पर समर्थन दिया है, सभी टीमें हमें बचाने के लिए वहां पहुंच गईं...मैं भारतीय सेना और… https://t.co/MyJoszLezI pic.twitter.com/kpAZxHuUFF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2025