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India Daily

Chamoli Cloudburst: चमोली में 'बादलफाड़ तबाही' की भेंट चढ़े 35 मकान, 200 लोग सड़क पर आए, 20 से ज्यादा लापता

Chamoli Cloudburst: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, 'बादल फटने से लगभग 35 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. लगभग 20 लोग घायल हैं और 14 अन्य लापता हैं. चमोली में कल रात आई आपदा से 200 लोग प्रभावित हुए हैं.

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Edited By: Reepu Kumari
Chamoli Cloudburst
Courtesy: @DIPR_UK

Chamoli Cloudburst: इस वक्त उत्तराखंड प्रकृति की मार झेल रहा है. चमोली में बुधवार की रात आसमान से आफत बरसी है. मुसलाधार बारिश के कारण बादल फट गए. हादसे का असर कितने लोगों पर हुआ है इसके बारे में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खबर एजेंसी एएनआई को बताया. भारी मलबे के कारण कई घर तबाह हो गए. कई परिवार रास्ते पर आ गए हैं. 

यह हादसा बुधवार देर रात नंदा नगर में हुआ. मलबे से अबतक कई लोगों को बचा लिया गया है. तलाशी अभियान अभी जारी है. मेडिकल टीम और म्बुलेंस प्रभावित इलाके में हैं. जो लोग आपदा वाले इलाके में फंसे हुए हैं उन्हें भी बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. साथ ही जो लोग इस तरह के नाजुक इलाकों में यात्रा के लिए जा रहे हैं उनसे भी सीएम ने खास अपील की है. 

'200 लोग प्रभावित'

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, 'बादल फटने से लगभग 35 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. लगभग 20 लोग घायल हैं और 14 अन्य लापता हैं. चमोली में कल रात आई आपदा से 200 लोग प्रभावित हुए हैं. सभी बचाव दल वहां पहुंच गए हैं. डीएम और एसएसपी भी मौके पर हैं. घायलों को अस्पतालों में ले जाया गया है. गंभीर रूप से घायलों को एम्स ऋषिकेश में स्थानांतरित किया जाएगा.'

सीएम धामी ने आगे कहा 'एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और पुलिस बचाव अभियान चला रहे हैं. हम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का काम किया जा रहा है. सभी जिलों, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को मानसून खत्म होने तक पूरे सितंबर महीने के लिए अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है. चार धाम यात्रा जारी है, लेकिन मैं श्रद्धालुओं से अपील करता हूं कि वे आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं...'

प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण खोज एवं बचाव कार्य में बाधा आ रही है, मौसम विभाग ने चमोली में और अधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. स्थानीय लोगों के अनुसार, बादल फटने के कारण कई लोग अभी भी अपने घरों में फंसे हुए हैं.