Uttarakhand Karwa Chauth Holiday 2025: करवा चौथ का पर्व विवाहित महिलाओं के लिए बेहद खास होता है. यह दिन पति की लंबी उम्र और दांपत्य जीवन की सुख-समृद्धि के लिए रखा जाने वाला कठिन व्रत माना जाता है. महिलाएं सुबह से निर्जला उपवास रखकर रात को चांद को अर्घ्य देने के बाद ही अपना व्रत तोड़ती हैं. इस अवसर को और खास बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने एक अनूठा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष करवा चौथ के दिन राज्य की सभी महिला कर्मचारियों के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. यह छुट्टी न सिर्फ सरकारी, बल्कि गैर-सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में कार्यरत महिलाओं पर भी लागू होगी.
इस फैसले से महिलाएं दिनभर की पूजा और व्रत की रस्में बिना किसी कार्यगत दबाव के निभा सकेंगी. मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, यह निर्णय महिलाओं को पारिवारिक जीवन में और अधिक संतुलन देने के उद्देश्य से लिया गया है. इससे महिलाएं न केवल त्योहार का पूरा आनंद उठा पाएंगी बल्कि परिवार के साथ समय भी बिता सकेंगी.
सरकार का यह कदम महिलाओं के लिए एक विशेष तोहफे के रूप में देखा जा रहा है. करवा चौथ जैसे पर्व पर जब महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र और परिवार की मंगलकामना के लिए व्रत रखती हैं, ऐसे में अवकाश मिलने से वे पूरी श्रद्धा और धूमधाम से रस्में निभा सकती हैं.
देहरादून और अन्य शहरों के बाजारों में करवाचौथ से पहले जबरदस्त रौनक देखने को मिली. महिलाएं मेहंदी लगवाने, श्रृंगार की सामग्री खरीदने और कपड़ों व गहनों की शॉपिंग में जुटी रहीं. मॉल्स और स्टोर्स में परिवारों की भीड़ उमड़ी, जहां पति अपनी पत्नियों को तोहफे देने के लिए ज्वेलरी और कपड़े खरीदते नजर आए.
त्योहार के दौरान ज्वेलरी कारोबार में भी तेजी आई. सर्राफा बाजारों में सोने-चांदी के साथ ही डायमंड ज्वेलरी की मांग 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गई. सोने की कीमतें बढ़ने के बावजूद पुरुषों ने अपनी पत्नियों के लिए हीरे के कंगन, झुमके और हार खरीदकर त्योहार की खुशी दोगुनी कर दी.
कल दिनांक 10-10-2025 को अखंड सौभाग्य के पावन पर्व करवा चौथ के अवसर पर राज्य के शासकीय, अशासकीय कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों में कार्यरत महिला कार्मिकों के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 9, 2025
मातृशक्ति के समर्पण और प्रेम को नमन करते हुए यह अवकाश उनके सम्मान का प्रतीक है। यह…
देहरादून के पलटन बाजार समेत शहरभर में मेहंदी की दुकानों पर महिलाओं की भारी भीड़ रही. व्यवसायियों के अनुसार इस बार मेहंदी कारोबार में करीब 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. डिज़ाइन और पैटर्न के हिसाब से कीमतें 500 रुपये से 2000 रुपये तक रहीं. ब्यूटी पार्लर और सैलून भी करवाचौथ की तैयारी में पूरी तरह व्यस्त दिखे. कई पार्लर पहले से ही फुल बुक हो चुके थे और कुछ घर-घर जाकर सेवाएं दे रहे हैं.
उत्तराखंड सरकार का यह फैसला करवा चौथ को महिलाओं के लिए और भी खास बना रहा है. त्योहार की चहल-पहल, बाजारों की रौनक और सुहागिनों के उत्साह के बीच यह अवकाश महिलाओं को परिवार संग त्योहार मनाने का बेहतरीन अवसर देगा.