उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में शुक्रवार, 6 जून 2025 को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एक अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर ने नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान एहतियातन लैंडिंग की. वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि हेलीकॉप्टर सुरक्षित रूप से सहारनपुर वायुसेना अड्डे पर वापस लौट आया. इस घटना में किसी के घायल होने या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
आईएएफ के अधिकारियों ने अभी तक इस एहतियातन लैंडिंग के सटीक कारण का खुलासा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह कदम सुरक्षा के लिहाज से उठाया गया. यह हेलीकॉप्टर नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था, और संभवतः किसी तकनीकी खराबी या अन्य सावधानी के कारण इसे उतारा गया. हेलीकॉप्टर में मौजूद कर्मियों और इस घटना के कारणों के बारे में अधिक जानकारी का इंतजार है.
जांच शुरू
सहारनपुर में इस घटना के बाद वायुसेना के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी. इस जांच का मकसद यह पता लगाना है कि हेलीकॉप्टर को एहतियातन लैंडिंग क्यों करनी पड़ी. वायुसेना इस मामले को गंभीरता से ले रही है, और जल्द ही जांच के नतीजे सामने आने की उम्मीद है.
Saharanpur, Uttar Pradesh: An army helicopter made an emergency landing during a routine exercise in the Yamuna riverbank village of Chilkana in Saharanpur district. Both pilots are safe. Upon receiving the information, army and police officials reached the site. Army personnel… pic.twitter.com/808bRF6lms
— IANS (@ians_india) June 6, 2025
पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
यह कोई पहला मौका नहीं है जब भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर को इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा हो. इस साल अप्रैल में गुजरात के जामनगर जिले में रंगमती बांध के पास एक अन्य आईएएफ हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के कारण आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी. उस घटना में भी कोई हताहत नहीं हुआ था, और सभी कर्मी सुरक्षित थे. इसके अलावा, फरवरी में मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक मिराज 2000 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए थे. पिछले साल नवंबर में आगरा के पास एक मिग-29 विमान भी तकनीकी खराबी के कारण क्रैश हुआ था.
वायुसेना की सुरक्षा प्राथमिकता
इन घटनाओं के बावजूद, भारतीय वायुसेना ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था और त्वरित प्रतिक्रिया पर जोर दिया है. वायुसेना ने बार-बार कहा है कि वह अपने पायलटों और कर्मियों की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखती है. प्रशिक्षण उड़ानों और ऑपरेशनल अभ्यासों के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाता है. इन घटनाओं में वायुसेना कर्मियों की त्वरित कार्रवाई ने किसी भी बड़े नुकसान को रोकने में मदद की है.
अपाचे हेलीकॉप्टर का महत्व
अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति है. यह दुनिया के सबसे उन्नत हमलावर हेलीकॉप्टरों में से एक है, जो दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमले करने और जमीनी बलों को समर्थन देने में सक्षम है. भारत ने 2015 में बोइंग कंपनी से 22 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था, और ये हेलीकॉप्टर 2019 से वायुसेना में शामिल हैं.