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'2 घंटे सो पा रहा हूं, बेटियों की तबीयत खराब...', मुरादाबाद में SIR के दवाब में BLO ने दी जान

सर्वेश सिंह भगतपुर थाना क्षेत्र के जाहिदपुर सिकंदरपुर कम्पोजिट स्कूल में सहायक अध्यापक थे और उन्हें BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Moradabad
Courtesy: Photo-Social Media

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण  के काम का इतना भारी दबाव पड़ा कि एक प्राथमिक स्कूल के शिक्षक BLO ने अपनी जान दे दी. भोजपुर थाना क्षेत्र के बहेड़ी गांव निवासी 46 वर्षीय सर्वेश सिंह ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. 

सर्वेश सिंह भगतपुर थाना क्षेत्र के जाहिदपुर सिकंदरपुर कम्पोजिट स्कूल में सहायक अध्यापक थे और उन्हें BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. पुलिस और परिजनों के अनुसार पिछले कई दिनों से सर्वेश सिंह SIR का टारगेट पूरा न होने की वजह से बेहद तनाव में थे. रात-दिन घर-घर जाकर फॉर्म भरवाने, दस्तावेज जांचने और ऑनलाइन एंट्री करने का काम उन्हें मानसिक रूप से तोड़ रहा था. नींद पूरी नहीं हो रही थी, परिवार को समय नहीं दे पा रहे थे और ऊपर से दो बेटियों की लंबे समय से खराब तबीयत ने उनकी चिंता को और बढ़ा दिया था.

2 से 3 घंटे ही सो पाता हूं

आत्महत्या से पहले सर्वेश सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के नाम दो पन्नों का सुसाइड नोट लिखा. उसमें उन्होंने अपनी मजबूरी और दर्द को कुछ इस तरह बयां किया: “मैं रात-दिन काम करता रहा. फिर भी SIR का टारगेट हासिल नहीं कर पा रहा हूं. दिन-रात बहुत मुश्किल और चिंता में कटती है. सिर्फ 2 से 3 घंटे ही सो पाता हूं. मेरे चार बेटियां हैं, जिनमें से दो की तबीयत कई दिनों से खराब चल रही है. 

मुझे माफ करना...

सर्वेश कुमार ने अपने सुसाइड में लिखा, परिवार ने मेरा बहुत साथ दिया हौंसला बढ़ाया, मगर मैं हार गया. मेरे ना होने के बाद मेरे किसी भी व्यक्ति पर कोई दोष नहीं लागू होना चाहिए. कहने को तो बहुत कुछ बाकी है, लेकिन वक्त बहुत कम है. मुझे माफ करना. मेरे विद्यालय के बच्चों को बहुत प्यार देना. मैं जीना तो चाहता हूं, पर क्या करूं. मुझे बहुत बेचैनी व घुटन एवं खुद को डरा महसूस कर रहा हूं. मेरी चार छोटी बेटियां हैं. बेटियां का ख्याल रखना. बहुत मासूम हैं. मैं लिखते समय बहुत पीड़ा महसूस कर रहा हूं.

यह नोट मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. साथी शिक्षकों ने बताया कि सर्वेश सिंह बेहद मेहनती और जिम्मेदार अध्यापक थे, लेकिन चुनाव संबंधी अतिरिक्त कार्यों का बोझ उन्हें लगातार परेशान कर रहा था. घटना की सूचना मिलते ही भोजपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण SIR ड्यूटी का अत्यधिक दबाव ही सामने आ रहा है.