गाजियाबाद में एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी कथित तौर पर एक महिला को उसके पति के खिलाफ झूठा बलात्कार का मामला दर्ज करने की धमकी दे रहा है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद लोगों ने कार्रवाई की मांग की है.
क्या है मामला?
यह घटना गाजियाबाद के टीला मोड़ क्षेत्र में स्थित सिकंदरपुर पुलिस चौकी की बताई जा रही है. वायरल वीडियो में पुलिस अधिकारी महिला शिकायतकर्ता के साथ गर्मागर्म बहस करते हुए अपशब्दों का उपयोग कर रहा है. वह कहता है, "क्या करवाई करें ये बता, तू क्या करवाई करें. ज्यादा कानूनची बन रही है." इसके बाद वह और आक्रामक होकर कहता है, "ज्यादा बोले जा रही है, चूतिया समझ रही है क्या हमें." अधिकारी यह भी कहता है कि जैसे ही बलात्कार का मामला दर्ज होगा, तेरा पति जेल चला जाएगा, चाहे उसने कुछ किया हो या नहीं. महिला कहती है कि ऐसे कैसे जेल चला जाएगा मेडिकल रिपोर्ट भी तो आएगी. इस पर पुलिस अधिकारी कहता है कि जब तक मेडिकल रिपोर्ट आएगी तब तक तेरा पति जेल जा चुका होगा. आरोपी पुलिस वाले का नाम विमल कुमार है जो सिकंदरपुर पुलिस चौकी प्रभारी हैं.
Well Played Ghaziabad Police 👏
Apki Sewa me Sadaiv Tatpar !! pic.twitter.com/kutSOPdMQG— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) April 14, 2025Also Read
सोशल मीडिया पर आक्रोश
वीडियो के वायरल होने के बाद नेटिजन्स ने पुलिस अधिकारी के व्यवहार की कड़ी निंदा की. एक यूजर ने लिखा, "भारत में बलात्कार का मामला दर्ज करना अब मजाक बन गया है. यह वीडियो इसका सबूत है. अधिकारी कह रहा है कि जैसे ही मामला दर्ज होगा, व्यक्ति जेल जाएगा, चाहे उसने कुछ किया हो या नहीं." एक अन्य यूजर ने लिखा, "यह सज्जन वर्दी की आड़ में महिला से बात करने का तरीका नहीं जानते. यह महिला के पति को बलात्कार के मामले में फंसाने की धमकी भी दे रहे हैं. यह सज्जन विमल कुमार हैं, सिकंदरपुर चौकी प्रभारी, टीला मोड़ पुलिस स्टेशन, गाजियाबाद."
किसी महिला से कैसे बात की जाती है ये इन जनाब को बर्दी के रोब में पता नहीं है, महिला के पति को बलात्कार के मामले में फंसाने की धमकी भी दे रहे हैं। ये महोदय विमल कुमार,सिकंदर पुर चौकी इंचार्ज थाना टीला मोड़ गाज़ियाबाद हैं।@dgpup @ghaziabadpolice @myogioffice pic.twitter.com/ZbYrybaXMs
— C.P.Chauhan (@HindusthaniC) April 15, 2025
कुछ यूजर्स ने उठाए सवाल
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने महिला पर भी सवाल उठाए, जिनका कहना था कि वह अधिकारी पर कार्रवाई के लिए दबाव बना रही थी. एक यूजर ने लिखा, "इंटरनेट पर दिखाई गई हर चीज पर विश्वास न करें. लोग बिना पूरी बात जाने टिप्पणी कर रहे हैं. इस वीडियो से पहले और बाद की घटनाएं भी हैं, कृपया ध्यान दें."
पुलिस की प्रतिक्रिया
गाजियाबाद पुलिस की ओर से इस विवाद पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. यह घटना पुलिस व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही की जरूरत को उजागर करती है. इस तरह के व्यवहार से जनता का विश्वास कम होता है, और त्वरित कार्रवाई ही स्थिति को सुधार सकती है. हालांकि पुलिस अधिकारी विमल कुमार ने ऐसी अभद्रता क्यों दिखाई इसकी सच्चाई से पर्दा उठना अभी बाकी है.