उत्तर प्रदेश के ललीतपुर जेल में रविवार को एक चौकाने वाली छापेमारी की गई जिसमें पूर्व सांसद और बलरामपुर के कद्दावर नेता रिजवान जहीर की वीआईपी सुविधाओं का खुलासा हुआ. जेल में सजा काट रहे रिजवान जहीर के बारे में यह खुलासा हुआ कि वह जेल नियमों की गंभीर रूप से अनादर कर रहे थे और वहां उन्हें हाई लेवल सुविधाएं दी जा रही थीं.
अधिकारियों ने जेल के बैरक नंबर 5A में किए गए इस छापे में 30,000 रुपये नकद छुपे हुए पाए, जो एक तकिये के नीचे रखा था. इसके अलावा, वहां कुछ महंगी वस्तुएं भी मिलीं, जिनमें देसी घी, ब्रांडेड शैंपू, क्रीम, मिठाईयां, और प्रीमियम फूड प्रोडक्ट्स एवं पेय पदार्थ शामिल थे.
छापे के दौरान यह भी पाया गया कि रिजवान जहीर एक मोटे गद्दे पर सो रहे थे, जिनके पास मुलायम तकिए और भोजन के लिए क्रॉकरी थी. इसके अलावा, उनके पास एक बैटरी पावर्ड पंखा भी था. यह सभी वस्तुएं जेल में आम कैदियों को नहीं मिलती हैं और इस तरह की सुविधा केवल वीआईपी कैदियों को ही मिल सकती है.
यह मामला जेल प्रशासन के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाता है और यह सवाल भी खड़ा करता है कि आखिर क्यों हाई-प्रोफाइल कैदियों को ऐसे खास उपचार दिए जाते हैं, जबकि वे गंभीर आपराधिक आरोपों के तहत जेल में बंद हैं. रिजवान जहीर, जो कि बलरामपुर से पूर्व सांसद रहे हैं, जुलाई 2022 से ललीतपुर जिला जेल में बंद हैं. उन पर फिरोज अहमद पप्पू, तुलशिपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन की हत्या में साजिश रचने का आरोप है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट भी लगाया है. इस घटनाक्रम ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार पर फिर से सवाल उठाए हैं.