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India Daily

चलती ट्रेन में सीट विवाद को लेकर युवक की पीट-पीटकर हत्या... बागपत का चिराग बुझा, अनाथ हुए बीवी-बच्चे; VIDEO वायरल

यह घटना हाल ही में झांसी में वंदे भारत एक्सप्रेस में हुई मारपीट की घटना के बाद सामने आई है, जिसने ट्रेनों में सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं. दीपक की हत्या ने न केवल उसके परिवार को तोड़ दिया, बल्कि समाज में बढ़ती हिंसा और असहिष्णुता को भी उजागर किया है.

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Edited By: Mayank Tiwari
बागपत में चलती ट्रेन में सीट विवाद
Courtesy: Social Media

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में सहारनपुर-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन में सीट को लेकर हुए विवाद ने एक युवक की जान ले ली. शुक्रवार (20 जून) को देर रात फखरपुर स्टेशन के पास शुरू हुआ यह विवाद इतना बढ़ गया कि 15 से 20 लोगों के समूह ने दीपक नामक युवक को लात-घूंसों और बेल्ट से बेरहमी से पीटकर उसकी हत्या कर दी. फिलहाल, पुलिस ने इस घटना में शामिल चार युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुट गई है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बागपत के खेकड़ा कस्बे के मोहल्ला अहिरान निवासी दीपक (39) दिल्ली में एक फैक्ट्री में काम करता था.  हर शुक्रवार की तरह वह दिल्ली-सहारनपुर पैसेंजर ट्रेन से अपने घर लौट रहा था. फखरपुर स्टेशन के पास सीट पर बैठने को लेकर कुछ स्थानीय युवकों के साथ उसका विवाद हो गया. इसके बाद हमलावरों ने दीपक पर लात-घूंसों और बेल्टों से हमला शुरू कर दिया. 

जानिए क्या है पूरा मामला?

इस दौरान ट्रेन में मौजूद कुछ यात्रियों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उन्हें धक्का देकर हटा दिया. फखरपुर से खेकड़ा स्टेशन तक, करीब 10 किलोमीटर की दूरी तक दीपक को पीटा गया.
जैसे ही ट्रेन खेकड़ा स्टेशन पर रुकी, हमलावर उतरकर भाग निकले. दीपक के साथ मौजूद एक यात्री ने जीआरपी और उसके परिवार को सूचना दी.  दीपक को ट्रेन से उतारकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

वीडियो ने खोली क्रूरता की सच्चाई

इस घटना का वीडियो शनिवार को सामने आया, जिसमें कोच में अफरा-तफरी का माहौल दिखाई देता है. तीन वीडियो में 15 से 20 लोग दीपक को बेरहमी से पीटते नजर आ रहे हैं. एक वीडियो में कुछ यात्री और एक महिला उसे बचाने की कोशिश कर रही हैं. दूसरे वीडियो में हमलावर दीपक पर ताबड़तोड़ हमला करते दिख रहे हैं, जबकि तीसरे छोटे वीडियो में हमलावर ट्रेन से कूदकर भागते नजर आते हैं.

दीपक का परिवार और उसकी जिंदगी

दीपक अपने परिवार का इकलौता बेटा था. उसकी शादी 12 साल पहले सावित्री से हुई थी और उनके दो बच्चे हैं. 12 साल की बेटी आयुषी और ढाई साल का बेटा अविरल. दीपक की एक बहन पल्वी की शादी हो चुकी है. वह पिछले 15 साल से दिल्ली के भगीरथ पैलेस में एक झूमर शोरूम में काम करता था. पड़ोसी राजवीर सिंह ने बताया, “दीपक हर शुक्रवार को घर आता था, शनिवार-रविवार रुकता था और सोमवार को दिल्ली लौट जाता था. उसका किसी से कोई विवाद नहीं था.”

उन्होंने यह भी दावा किया कि 10 दिन पहले दीपक के कुछ साथियों का कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था, लेकिन दीपक उसमें शामिल नहीं था. फिर भी, उन्हीं लोगों ने दीपक को निशाना बनाया. घटना के दिन दीपक के साथी फखरपुर स्टेशन पर उतर गए थे, जिसके बाद वह अकेला रह गया था.

धारदार हथियार से हमले का लगा आरोप

दीपक के मामा सुभाष यादव ने बताया, “फखरपुर रेलवे स्टेशन के पास वासी गांव के रहने वाले राहुल बाबा और उसके साथियों के साथ सीट को लेकर पहले कहासुनी हुई, फिर उन्होंने दीपक पर धारदार हथियारों से हमला कर उसकी हत्या कर दी.” उन्होंने दावा किया कि राहुल बाबा गैंग, जो खेकड़ा और वासी गांव से नियमित रूप से दिल्ली जाती थी, ने इस हमले को अंजाम दिया.

पुलिस जांच और कार्रवाई

जीआरपी इंस्पेक्टर उधम सिंह तलान ने बताया, “शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. घटना की जांच की जा रही है. केस दर्ज किया जा रहा है.” फिलहाल, पुलिस ने चार युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट रविवार को आने की उम्मीद है.